

सर्पमित्र ने हज़ारों ज़हरीले साँपों का रेस्क्यू किया था। जेपी कॉलेज में अस्थायी कर्मचारी के तौर पर काम करने वाले दीपक ने हाल ही में एक कोबरा पकड़ा था।
सांप को गले में डालकर कर था ये काम
मध्य प्रदेश: दीपक महावर नाम के एक सर्पमित्र ने हज़ारों ज़हरीले साँपों का रेस्क्यू किया था। जेपी कॉलेज में अस्थायी कर्मचारी के तौर पर काम करने वाले दीपक ने हाल ही में एक कोबरा पकड़ा था। उसने इस ज़हरीले साँप को एक कांच के बर्तन में रखा था।
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के मुताबिक, ज़हरीले कोबरा को गले में लटकाकर बाइक चलाना उसके सर्पमित्र के लिए जानलेवा साबित हुआ। साँप के काटने से उसके सर्पमित्र की मौत हो गई। मरने से पहले, जब वह साँप को गले में लटकाए घूम रहा था, तो किसी ने उसका वीडियो बना लिया, जो अब तेज़ी से वायरल हो रहा है।
जेपी कॉलेज में अस्थायी कर्मचारी
जानकारी के मुताबिक, यह घटना गुना की है। दीपक महावर नाम के एक सर्पमित्र ने हज़ारों ज़हरीले साँपों की जान बचाई थी। जेपी कॉलेज में अस्थायी कर्मचारी के तौर पर काम करने वाले दीपक ने हाल ही में एक कोबरा पकड़ा था। उसने इस ज़हरीले साँप को एक कांच के बर्तन में रखा था।
इलाज के दौरान उसकी मौत
दीपक इसे श्रावण मास के में प्रदर्शनी के लिए रखना चाहता था। लेकिन जब वह बच्चों को स्कूल छोड़ने गया, तो उसने कोबरा को अपने गले में माला की तरह लटका लिया। बच्चों को स्कूल छोड़ने के बाद, कोबरा ने अचानक दीपक को डस लिया। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
गले में कोबरा लटकाकर घूम रहा था...
बताया जा रहा है कि दीपक को एंटीवेनम दिया गया था, लेकिन अस्पताल पहुँचने में देरी होने के कारण एंटीवेनम असर नहीं कर सका। सर्पमित्र दीपक महावर की मौत के बाद उसके दो बच्चे रौनक (12) और चिराग (14) अनाथ हो गए। दीपक की पत्नी की पहले ही मौत हो चुकी थी। जब दीपक गले में कोबरा लटकाकर घूम रहा था, तभी किसी ने उसका वीडियो बना लिया, जो उसके जीवन का आखिरी वीडियो बन गया। यह वीडियो अब वायरल हो रहा है।