

हापुड़ से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है।यहां एक बुजुर्ग को ग्राम विकास अधिकारी ने कागजों में मृत दिखा दिया। पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज पर
हापुड़: उत्तर प्रदेश के हापुड़ जनपद से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। एक बुजुर्ग को ग्राम विकास अधिकारी ने कागजों में मृत दिखा दिया। जिसके बाद जांच हुई और मामले का खुलासा हुआ। जिलाधिकारी अभिषेक पांडेय ने ग्राम विकास अधिकारी योगेंद्र सिंह को सस्पेंड कर दिया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार गढ़मुक्तेश्वर तहसील के गांव फत्तापुर निवासी बुजुर्ग राजेंद्र सिंह को ग्राम विकास अधिकारी ने कागजों में मृत दिखा दिया था। वहीं उनकी वृद्धावस्था पेंशन भी बंद कर दी गई। पीड़ित बुजुर्ग ने मामले की शिकायत जिलाधिकारी से की। जिसपर उच्चाधिकारियों ने ग्राम सचिव से जानकारी मांगी तो ग्राम सचिव ने गलत सूचना दे दी। जिस पर डीएम अभिषेक पांडेय ने ग्राम विकास अधिकारी योगेंद्र सिंह को संस्पेड कर दिया है।
अधिकारियों की लापहरवाही से लगाते है चक्कर
उत्तर प्रदेश सरकार की वृद्धावस्था पेंशन बुजुर्गो के लिए मददगार साबित हो रही है, लेकिन अधिकारियों की लापरवाही से बुजुर्गो को विभागों के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। जिससे उनको काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ग्राम विकास अधिकारी के सस्पेंड होने के बाद जनपद के अन्य अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है।
बिना सत्यापन के लगा दी रिपोर्ट
जानकारी के मुताबिक बता दें कि गांव फत्तापुर निवासी राजेंद्र सिंह ने डीएम से शिकायत करते हुए कहा कि ग्राम विकास अधिकारी योगेंद्र सिंह ने सात माह पहले उनके जीवित होने का सत्यापन किए बिना ही रिपोर्ट लगा दी थी। इसी रिपोर्ट के आधार पर उनकी वृद्धावस्था पेंशन भी बंद हो गई थी। जिससे गुजर बसर करने में दिक्कतें हो रही थी।
जांच के बाद हुई कार्रवाई
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के मुताबिक, जिलाधिकारी अभिषेक पांडेय ने बुजुर्ग राजेंद्र सिंह की शिकायत पर जांच कराई गई। जिसमें अधिकारियों ने ग्राम विकास अधिकारी से जानकारी ली, लेकिन ग्राम विकास अधिकारी ने अधिकारियों को भी गलत तथ्य थमा दिए थे। इस पर अभिषेक पांडेय ने ग्राम विकास अधिकारी योगेंद्र सिंह को संस्पेड कर दिया। उन्हें निलंबन काल में खंड विकास अधिकारी कार्यालय से संबंध किया गया हैं।
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