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गोरखपुर नगर पंचायत बड़हलगंज स्थित पटना चौराहे के रामधनी हॉस्पिटल में इलाज के दौरान 15 वर्षीय लड़की की मौत ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी है। मृतका अंबिका के परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर गंभीर चिकित्सीय लापरवाही का आरोप लगाते हुए थाने में तहरीर दी, जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर लगाए गंभीर आरोप
Gorakhpur: गोरखपुर नगर पंचायत बड़हलगंज स्थित पटना चौराहे के रामधनी हॉस्पिटल में इलाज के दौरान 15 वर्षीय लड़की की मौत ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी है। मृतका अंबिका के परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर गंभीर चिकित्सीय लापरवाही का आरोप लगाते हुए थाने में तहरीर दी, जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। घटना को लेकर स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश देखने को मिल रहा है।
बेलसड़ी निवासी मृतका की मां किरन पत्नी रमेश ने बताया कि उनकी बेटी की तबीयत बिगड़ने पर उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। परिवार का आरोप है कि अस्पताल में भर्ती के बाद डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ ने समय पर उचित इलाज नहीं दिया।
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परिवार का कहना है कि इलाज पूरी तरह एक जूनियर डॉक्टर के भरोसे छोड़ दिया गया, जिससे बच्ची की हालत और खराब होती चली गई। किरन ने कहा, “आयुष्मान योजना के पैसे के चक्कर में अस्पताल ने हमारी बच्ची की जान ले ली।”
परिजनों की तहरीर के आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट, मेडिकल रिकॉर्ड और सभी पहलुओं की गहनता से जांच की जा रही है। अस्पताल की भूमिका, उपचार प्रक्रिया और स्टाफ की कार्यप्रणाली की पूरी तरह से पड़ताल की जाएगी। पुलिस ने स्पष्ट किया कि दोषी पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
घटना के बाद बड़हलगंज और आसपास के क्षेत्रों में लोगों में गहरा रोष है। ग्रामीणों ने अस्पताल प्रशासन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि यदि लापरवाही साबित होती है तो जिम्मेदार लोगों पर कठोर दंड होना चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं पर रोक लग सके।
अंबिका की मौत न केवल उसके परिवार के लिए गहरा सदमा है, बल्कि यह स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता और जवाबदेही पर भी सवाल उठाती है। फिलहाल पूरा क्षेत्र न्याय की उम्मीद लगाए बैठा है। पुलिस की जांच के बाद ही स्पष्ट होगा कि यह चिकित्सीय लापरवाही थी या कोई अन्य कारण।