

हरदोई जिले के विकास खंड सुरसा में मुख्यमंत्री खाद्य प्रसंस्करण ग्राम स्वरोजगार योजना का शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम का उद्देश्य ग्रामीणों को लघु खाद्य उद्योगों के लिए प्रेरित करना और प्रशिक्षण देना है। इस योजना के तहत सरकार मशीनों पर 50 प्रतिशत तक अनुदान दे रही है।
मुख्यमंत्री खाद्य प्रसंस्करण ग्राम स्वरोजगार योजना का शुभारंभ
Hardoi: हरदोई के विकास खंड सुरसा की ग्राम पंचायत सुरसा न्याय में मुख्यमंत्री खाद्य प्रसंस्करण ग्राम स्वरोजगार योजना का शुभारंभ बड़े उत्साह के साथ किया गया। कार्यक्रम का आयोजन राजकीय फल संरक्षण और प्रशिक्षण केंद्र (हरदोई) द्वारा किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत बीडीसी सदस्य अजीत सिंह ने की। यह दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम ग्रामीणों को स्वरोजगार के अवसर प्रदान करने और खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया है।
जिले में पैदा होगा रोजगार
इस अवसर पर बीडीसी अजीत सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि यह योजना ग्रामीण युवाओं और महिलाओं के लिए रोजगार का एक सशक्त माध्यम है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण स्तर पर पापड़, अचार, मसाले, सेवई, दलिया, पास्ता, कचरी और आटा चक्की जैसे लघु उद्योग आसानी से लगाए जा सकते हैं। जिससे स्थानीय स्तर पर रोजगार का सृजन होगा और आर्थिक आत्मनिर्भरता को बल मिलेगा।
खाद्य सामग्री के बारे में पूरी जानकारी दी
कार्यक्रम में मौजूद कृषि वैज्ञानिक वृंदावन बिहारी एवं डीआरपी अजीत सिंह ने भी प्रतिभागियों को प्रेरित करते हुए कहा कि सरकार की इस योजना का लाभ उठाकर स्वयं का खाद्य प्रसंस्करण व्यवसाय शुरू किया जा सकता है। उन्होंने प्रशिक्षण में शामिल खाद्य सामग्री और प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी दी।
लोगों को इस कार्यक्रम से क्या होगा फायदा?
राजकीय फल संरक्षण एवं प्रशिक्षण केंद्र के प्रभारी धीरेन्द्र कुमार ने बताया कि यह योजना मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसका उद्देश्य ग्रामीण स्वरोजगार को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत कोई भी इच्छुक व्यक्ति घरेलू स्तर पर खाद्य प्रसंस्करण इकाई स्थापित कर सकता है। जिसमें सरकार मशीनरी और उपकरणों की लागत का 50 प्रतिशत तक अनुदान देती है।