

गोरखपुर जनपद के खजनी थाना क्षेत्र पड़ियापार गांव में रविवार को एक हृदयविदारक घटना ने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया। रक्षाबंधन के पर्व की खुशियां मना कर घर लौटा 22 वर्षीय युवक रिंकू, पुत्र कन्हैया, हरनहीँ तहसील के समीप अपनी जलपान गृह की दुकान पर पहुंचा ही था कि अचानक वह बेहोश होकर गिर पड़ा। रविवार सुबह करीब 10 बजे रिंकू अपनी दैनिक दिनचर्या के तहत अपनी जलपान गृह की दुकान पर गया था।
प्रतीकात्मक छवि
Gorakhpur: गोरखपुर जनपद के खजनी थाना क्षेत्र पड़ियापार गांव में रविवार को एक हृदयविदारक घटना ने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया। रक्षाबंधन के पर्व की खुशियां मना कर घर लौटा 22 वर्षीय युवक रिंकू, पुत्र कन्हैया, हरनहीँ तहसील के समीप अपनी जलपान गृह की दुकान पर पहुंचा ही था कि अचानक वह बेहोश होकर गिर पड़ा और उसकी मौत हो गई। इस घटना ने उसके परिवार और गांव में शोक की लहर दौड़ा दी। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है, और गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है।
बताया जाता है कि रविवार सुबह करीब 10 बजे रिंकू अपनी दैनिक दिनचर्या के तहत अपनी जलपान गृह की दुकान पर गया था। वह रक्षाबंधन का त्योहार अपनी बहनों के साथ हंसी-खुशी मनाकर लौटा था और पूरी तरह स्वस्थ नजर आ रहा था। दुकान पर पहुंचते ही अचानक उसकी तबीयत बिगड़ी, और वह जमीन पर गिर पड़ा। आसपास के लोगों ने तुरंत उसे उठाने की कोशिश की, लेकिन उसकी सांसें थम चुकी थीं। घटना की सूचना मिलते ही परिजन दौड़े-दौड़े दुकान पर पहुंचे, लेकिन तब तक रिंकू इस दुनिया को अलविदा कह चुका था।
परिजनों ने आनन-फानन में उसे नजदीकी अस्पताल पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। डॉक्टरों के अनुसार, प्रारंभिक जांच में हृदयाघात की आशंका जताई जा रही है,
मौत का सटीक कारण स्पष्ट नही हो स्का है। इस अचानक हुई मौत ने रिंकू के परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया। घर में चीख-पुकार और कोहराम मच गया। माता-पिता, भाई-बहन और अन्य रिश्तेदारों का रो-रोकर बुरा हाल है।
रिंकू अपने परिवार का इकलौता कमाने वाला सदस्य था और अपनी मेहनत से जलपान गृह की दुकान चलाकर परिवार का भरण-पोषण करता था। उसकी मेहनती और मिलनसार स्वभाव के कारण गांव में उसकी अच्छी पहचान थी। पड़ोसियों और ग्रामीणों ने बताया कि रिंकू हमेशा हंसमुख रहता था और किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी। उसकी अचानक मौत ने सभी को स्तब्ध कर दिया।
परिजन पुलिस बिना बातए दाह संस्कार के लिए चले गए । । गांव में इस घटना को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं। कुछ लोग इसे हृदयाघात मान रहे हैं, तो कुछ इसे ईश्वरीय प्रकोप बता रहे हैं।
रिंकू की मौत से न केवल उसके परिवार, बल्कि पूरे गांव में शोक की लहर है। रक्षाबंधन जैसे पवित्र और खुशी के त्योहार के ठीक बाद इस तरह की घटना ने सभी को गहरे दुख में डुबो दिया। परिजनों को सांत्वना देने के लिए आसपास के लोग और रिश्तेदार अस्पताल और घर पर जमा हो रहे हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि रिंकू के परिवार को इस दुख की घड़ी में हर संभव मदद दी जाए।
यह घटना एक बार फिर जीवन की अनिश्चितता को दर्शाती है। रिंकू की मौत ने न केवल उसके परिवार को, बल्कि पूरे समुदाय को यह सोचने पर मजबूर कर दिया कि जीवन का कोई भरोसा नहीं। इस रहस्यमयी मौत के कारणों को स्पष्ट कर सकती है।