

खजनी थाना क्षेत्र नगर पंचायत उनवल, कस्बा संग्रामपुर वार्ड नंबर 4 स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में गरीब बच्चियों के हक का राशन चोरी का मामला सामने आने से हड़कंप मच गया। बताया जा रहा है कि बीती रात विद्यालय परिसर से जुड़े झाड़ियों के पास तीन बोरी चावल सप्लाई करते हुए दो रसोइयों को लोगों ने रंगे हाथ पकड़ लिया। मामला उजागर होते ही विभागीय अधिकारियों को सूचित किया गया, जिसके बाद प्रशासन हरकत में आ गया।
राशन चोरी का खुलासा
Gorakhpur: गोरखपुर जिले के खजनी थाना क्षेत्र नगर पंचायत उनवल, कस्बा संग्रामपुर वार्ड नंबर 4 स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में गरीब बच्चियों के हक का राशन चोरी का मामला सामने आने से हड़कंप मच गया। बताया जा रहा है कि बीती रात विद्यालय परिसर से जुड़े झाड़ियों के पास तीन बोरी चावल सप्लाई करते हुए दो रसोइयों को लोगों ने रंगे हाथ पकड़ लिया। मामला उजागर होते ही विभागीय अधिकारियों को सूचित किया गया, जिसके बाद प्रशासन हरकत में आ गया।
सूत्रों के मुताबिक, विद्यालय में पढ़ने वाली बच्चियों के नाम पर आने वाले सरकारी राशन को गुपचुप तरीके से बाहर निकाला जा रहा था। इस घटना की जानकारी तत्काल जिला समन्वयक बालिका शिक्षा पंकज सिंह को दी गई। उन्होंने बताया कि रात में ही नगर पंचायत उनवल के चेयरमैन एडवोकेट महेश कुमार दूबे का फोन इस प्रकरण को लेकर आया था। मामले की गंभीरता को देखते हुए वार्डेन कुसुमलता को कारण बताओ नोटिस जारी किया जा रहा है। साथ ही जांच के लिए एबीएसए रोहित कुमार पांडेय को मौके पर भेजा गया है।
जांच अधिकारी बीएसए रोहित कुमार पांडेय ने विद्यालय पहुंचकर रसोइयों से पूछताछ की और वार्डेन की भूमिका पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि वार्डेन सीएल पर थीं और जिनके पास चार्ज था, वे स्पष्ट जवाब देने से बचती दिख रही हैं। उन्होंने भरोसा दिलाया कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच होगी और दोषियों पर सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
स्थानीय लोगों ने इस घटना को गरीब बच्चियों के भविष्य से खिलवाड़ बताया। उनका कहना है कि सरकार बच्चियों के हित में योजनाएं चलाती है, लेकिन जिम्मेदार लोग ही भ्रष्टाचार कर रहे हैं। लोगों ने दोषियों को तत्काल निलंबित करने और कानूनी कार्रवाई की मांग उठाई।
घटनास्थल पर रात में ही नगर पंचायत चेयरमैन एडवोकेट महेश कुमार दूबे, मंडल अध्यक्ष इंद कुमार निगम, सभासद मिथिलेश कुमार यादव, सभासद योगेंद्र साहनी, सभासद योगेश वर्मा समेत दो दर्जन से अधिक लोग मौजूद थे। सभी ने मिलकर विभाग को सूचित किया और मौके पर जांच कराने की मांग की।
विभागीय अधिकारियों का कहना है कि बच्चियों के नाम पर मिलने वाले राशन में किसी भी तरह की हेराफेरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जांच पूरी होने के बाद दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई कर उदाहरण पेश किया जाएगा। इस खुलासे के बाद क्षेत्र में आक्रोश व्याप्त है और लोग विभाग की कार्रवाई पर निगाहें गड़ाए हैं।