

गोला थाना क्षेत्र के हटवा दुबेपुरा गांव में शराब के नशे में धुत एक युवक की बेरहमी से पिटाई करने का मामला सामने आया है। घटना के बाद पूरे गांव में हड़कंप मच गया। पीड़ित के भाई के अनुसार, हमलावरों ने सूरज को बेरहमी से पीटा।
गोला पुलिस स्टेशन
Gorakhpur: गोरखपुर जिले के गोला थाना क्षेत्र के हटवा दुबेपुरा गांव में शराब के नशे में धुत एक युवक की बेरहमी से पिटाई करने का मामला सामने आया है। घटना के बाद पूरे गांव में हड़कंप मच गया। घायल युवक के भाई की तहरीर पर पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार हटवा दुबेपुरा निवासी राम आशीष ने गोला थाने में दी गई। लिखित तहरीर में बताया कि बीते 20 अक्टूबर को दोपहर लगभग दो बजे गांव के ही किशन पुत्र चंद्रेश निषाद, महेश पुत्र घरभरन निषाद, हरिश्चंद्र पुत्र घरभरन निषाद और धर्मवीर पुत्र सुरेश निषाद ने उनके छोटे भाई सूरज को शराब पिलाई। नशे की हालत में जब सूरज घर लौट रहा था, तभी उक्त चारों ने मिलकर लाठी-डंडे और लात-मुक्कों से उसकी जमकर पिटाई कर दी।
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पीड़ित भाई के अनुसार, हमलावरों ने सूरज को इतनी बेरहमी से पीटा कि उसका सिर फट गया और हाथ में भी गंभीर चोटें आईं। जब गांव की महिला प्रेमलता पत्नी राजकुमार निषाद ने बीच-बचाव करने की कोशिश की तो आरोपी महेश ने उसके बाल नोच लिए और उसे भी मारा-पीटा। आरोप है कि हमलावरों ने जाते-जाते सूरज को जान से मारने की धमकी भी दी। घटना के बाद ग्रामीणों ने घायल सूरज को स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया, जहां उसकी हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल रेफर कर दिया।
मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस ने मौके का मुआयना किया। थाना प्रभारी राहुल शुक्ला ने बताया कि पीड़ित पक्ष की तहरीर पर सभी नामजद आरोपियों के विरुद्ध भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 115(2) (जानलेवा हमला), 352 (मारपीट) व 351(3) (धमकी) के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि मामले की जांच तेज गति से की जा रही है और जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी।
गांव में इस घटना को लेकर दहशत का माहौल है। स्थानीय लोगों का कहना है कि नशे की वजह से आए दिन गांव में विवाद बढ़ते जा रहे हैं, जिन पर सख्त कार्रवाई जरूरी है। पुलिस प्रशासन ने भी आश्वासन दिया है कि किसी भी कीमत पर दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
इस घटना ने एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं कि शराबखोरी किस तरह सामाजिक माहौल को बिगाड़ रही है और निर्दोष लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं। गांव में पुलिस की बढ़ी हुई गश्त और निगरानी से लोगों को अब न्याय की उम्मीद है।