

गोरखपुर में देर रात एक घर के बंटवारे का मामूली विवाद एक खौफनाक हत्याकांड में बदल गया। जहां एक बेटे राधेश्याम ने गुस्से में आकर अपने पिता के सिर पर फावड़ा मारकर उनकी हत्या कर दी। खून से लथपथ भागवत जमीन पर गिर पड़े और उनकी मौत हो गई।
मृतक पिता और कलयुगी पुत्र
Gorakhpur: गोरखपुर के रजही रामसरिया गांव में शुक्रवार की देर रात एक ऐसी दर्दनाक घटना हुई, जिसने न केवल एक परिवार को तोड़ दिया, बल्कि मानवीय रिश्तों की नींव को भी हिलाकर रख दिया। घर के बंटवारे का मामूली विवाद एक खौफनाक हत्याकांड में बदल गया, जब बेटे राधेश्याम ने गुस्से में आकर अपने 65 वर्षीय पिता भागवत मिश्रा के सिर पर फावड़ा मारकर उनकी जीवनलीला समाप्त कर दी।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, भागवत मिश्रा और उनके बेटे राधेश्याम के बीच लंबे समय से संपत्ति के बंटवारे को लेकर तनाव चल रहा था। शुक्रवार रात यह तनाव उस समय चरम पर पहुंच गया, जब दोनों के बीच तीखी बहस शुरू हुई। बात इतनी बढ़ गई कि राधेश्याम ने आपा खो दिया और पास ही पड़े फावड़े को हथियार बनाकर अपने पिता पर हमला कर दिया। फावड़े का एक जोरदार प्रहार भागवत मिश्रा के सिर पर लगा, जिससे वह खून से लथपथ होकर जमीन पर गिर पड़े। परिवार के अन्य सदस्यों ने तुरंत उन्हें बचाने की कोशिश की, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
गांव में पसरा सन्नाटा
घटना के बाद गांव में सन्नाटा पसर गया। भागवत मिश्रा की पत्नी और अन्य परिजनों की चीख-पुकार ने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया। पड़ोसियों ने तुरंत पुलिस को सूचना दीऔर एम्स थाना पुलिस के साथ-साथ फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए राधेश्याम को हिरासत में ले लिया और हत्या में प्रयुक्त फावड़ा बरामद किया। भागवत मिश्रा के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया और परिवार के बयानों के आधार पर जांच शुरू की गई।
हत्या का मुकदमा दर्ज
एसपी सिटी अभिनव त्यागी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में संपत्ति विवाद को हत्या का मुख्य कारण माना जा रहा है। उन्होंने कहा, "हमने आरोपी राधेश्याम को गिरफ्तार कर लिया है और हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। परिवार के सदस्यों और साक्ष्यों के आधार पर गहन जांच की जा रही है। दोषी को सख्त सजा दिलाने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाएंगे।" पुलिस ने यह भी बताया कि राधेश्याम का अक्सर अपने पिता से विवाद होता था और वह नशे की हालत में कई बार हिंसक व्यवहार कर चुका था।