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गोरखपुर पुलिस को ऑपरेशन कनविक्शन अभियान के तहत बड़ी सफलता मिली। नाबालिग से दुष्कर्म के मामले में अभियुक्त शमशाद उर्फ राजा को विशेष पाक्सो न्यायालय ने 20 वर्ष की कठोर कारावास और 25,000 रुपये अर्थदंड की सजा सुनाई।
Gorakhpur Court
Gorakhpur: जनपद गोरखपुर पुलिस को "ऑपरेशन कनविक्शन अभियान" के तहत एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। वर्ष 2024 में थाना कैंट पर दर्ज नाबालिग से दुष्कर्म के गंभीर मामले में न्यायालय ने अभियुक्त को दोषी करार दिया और उसे कड़ी सजा सुनाई। न्यायालय विशेष पाक्सो-1 गोरखपुर ने अभियुक्त शमशाद उर्फ राजा को 20 वर्ष के कठोर कारावास और 25,000 रुपये अर्थदंड से दंडित किया।
ऑपरेशन कनविक्शन अभियान के तहत हुई सख्त कार्रवाई
जानकारी के अनुसार, पाक्सो एक्ट में दर्ज इस मामले में आरोपी शमशाद उर्फ राजा पुत्र निजामुद्दीन अंसारी निवासी बासपार ढेकही थाना घुघली जनपद महाराजगंज के खिलाफ सशक्त साक्ष्य पेश किए गए। मामले की गहन विवेचना, सटीक साक्ष्य संकलन और प्रभावी अभियोजन के चलते न्यायालय में अभियोजन पक्ष ने मजबूती से केस प्रस्तुत किया। परिणामस्वरूप अभियुक्त दोष सिद्ध हुआ और उसे कठोर दंड सुनाया गया। यह सफलता उत्तर प्रदेश पुलिस महानिदेशक द्वारा संचालित ऑपरेशन कनविक्शन अभियान के तहत संभव हो सकी। अभियान का उद्देश्य गंभीर अपराधों में त्वरित और प्रभावी सजा सुनिश्चित करना है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गोरखपुर के निर्देशन में थाना स्तर पर नियुक्त पैरोकार और मॉनिटरिंग सेल द्वारा मामले की लगातार निगरानी की गई। आरोपी को सजा दिलाने में पुलिस और अभियोजन के बीच उत्कृष्ट समन्वय देखा गया।
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सरकारी वकीलों ने निभाई अहम जिम्मेदारी
मामले में सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता (ADGC) राघवेन्द्र राम त्रिपाठी और अरविन्द कुमार श्रीवास्तव की प्रभावी पैरवी निर्णायक रही। दोनों अधिवक्ताओं ने कानूनी बिंदुओं को मजबूती से प्रस्तुत करते हुए पीड़िता को न्याय दिलाने में अहम भूमिका निभाई। न्यायालय के इस निर्णय ने समाज में यह स्पष्ट संदेश दिया है कि नाबालिगों के खिलाफ अपराध करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। गोरखपुर पुलिस की इस कार्रवाई से पीड़ित परिवार को न्याय मिला है और आमजन में कानून और पुलिस प्रशासन के प्रति विश्वास मजबूत हुआ है।
साथ ही पुलिस प्रशासन ने यह दोहराया है कि भविष्य में भी नाबालिगों और अन्य संवेदनशील वर्ग के खिलाफ जघन्य अपराधों में कठोर कार्रवाई जारी रहेगी। ऑपरेशन कनविक्शन अभियान का उद्देश्य केवल अपराधियों को सजा दिलाना ही नहीं, बल्कि समाज में अपराध नियंत्रण और सुरक्षा का भरोसा बढ़ाना भी है। विशेष रूप से बताया गया कि गोरखपुर पुलिस ने इस केस में त्वरित और संगठित कार्रवाई के जरिए न्याय सुनिश्चित किया, जिससे अन्य अपराधियों के लिए एक चेतावनी भी स्थापित हुई। आरोपी को दोषी करार देने के निर्णय के बाद पुलिस ने कहा कि ऐसे मामलों में किसी भी प्रकार की ढील नहीं बरती जाएगी और भविष्य में भी अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।