

उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में उस वक्त कोहराम मच गया, जब नशे की लत ने एक घर की जिंदगी बरबाद कर दी। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
42 वर्षीय सारंग तिवारी की फाइल फोटो
गोरखपुर: जनपद के बड़हलगंज थाना क्षेत्र के पोहिला गांव में एक दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया। 42 वर्षीय सारंग तिवारी, पिता ज्ञानशंकर तिवारी, ने शुक्रवार की सुबह अपने घर के कमरे में कुंडी से लटककर आत्महत्या कर ली। इस दुखद घटना ने उनके दो नाबालिग बच्चों, एक किशोर और एक किशोरी, के सिर से पिता का साया छीन लिया, जिससे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।
डाइनामाइट न्यूज संवादाता रिपोर्ट के अनुसार बताया जाता है कि सारंग तिवारी का व्यक्तित्व मनबढ़ था और वह नशे के आदी थे। परिवार में आए दिन किसी न किसी बात को लेकर विवाद और कलह उनका रोज का हिस्सा बन गया था। उनकी पत्नी के साथ मारपीट और घर में तनाव का माहौल आम बात थी। गुरुवार की रात भी कुछ ऐसा ही हुआ। एक बार फिर परिवार में तीखी नोकझोंक और विवाद के बाद सारंग अपने कमरे में चले गए। सुबह जब परिवार वालों ने देखा तो वह कुंडी से लटके मिले। इस दृश्य ने परिवार में हड़कंप मचा दिया।
डाइनामाइट न्यूज संवादाता रिपोर्ट के सूचना मिलते ही बड़हलगंज पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने प्रारंभिक जांच शुरू कर दी है और मामले की तह तक जाने की कोशिश कर रही है। स्थानीय लोगों के अनुसार, सारंग का नशे की लत में डूबना और पारिवारिक तनाव इस त्रासदी की मुख्य वजह रहे।
सारंग तिवारी की आत्महत्या ने उनके दो नाबालिग बच्चों के सामने अनिश्चितता और दुख का अंधेरा छोड़ दिया है। पिता की मृत्यु के बाद परिवार का भविष्य अब अधर में लटक गया है। गांव में इस घटना को लेकर शोक की लहर है, और लोग इस बात पर चर्चा कर रहे हैं कि नशे की लत और पारिवारिक कलह कितने घातक हो सकते हैं।यह घटना न केवल एक परिवार की त्रासदी है, बल्कि समाज के लिए भी एक चेतावनी है कि नशे और आपसी विवादों का अंत कितना भयावह हो सकता है। बता दें कि, यह कोई पहला मामला नहीं है जहां नशे की लत ने किसी का परिवार तोड़ा हो। इससे पहले भी ऐसे मामले उजागर हो चुके हैं।