

मैनपुरी में बार एसोसिएशन के पूर्व जिला अध्यक्ष सौरभ यादव पर जानलेवा हमला हुआ है, जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। यह हमला जिला एवं सत्र न्यायालय परिसर में हुआ, जब सौरभ यादव पर वर्तमान जिला अध्यक्ष अवधेश यादव ने हमला किया। सौरभ यादव ने अवधेश यादव पर अपनी लाइसेंसी पिस्टल छीनने का आरोप लगाया है।
सौरभ यादव हुए गंभीर रूप से घायल
Mainpuri News: मैनपुरी में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां बार एसोसिएशन के पूर्व जिला अध्यक्ष सौरभ यादव पर जानलेवा हमला हुआ। इस हमले में सौरभ यादव गंभीर रूप से घायल हो गए।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार, उन्हें उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
सौरभ यादव गंभीर रूप से घायल
घटना के बारे में जानकारी मिली है कि सौरभ यादव को अपने पुराने सहयोगी और वर्तमान जिला अध्यक्ष अवधेश यादव द्वारा हमला किया गया। सौरभ यादव पर हमला उस समय हुआ जब वह दीवानी परिसर में मौजूद थे। सौरभ यादव के सिर पर गंभीर चोटें आईं, और उनका इलाज अभी भी जिला अस्पताल में जारी है।
सौरभ यादव का आरोप
हमले के बाद सौरभ यादव ने आरोप लगाया है कि उनके ऊपर जानलेवा हमला करने का कारण अवधेश यादव द्वारा उनकी लाइसेंसी पिस्टल छीनने की कोशिश थी। सौरभ ने कहा कि वर्तमान जिला अध्यक्ष अवधेश यादव ने पहले उनकी पिस्टल को छीनने का प्रयास किया था, जिसके बाद दोनों के बीच विवाद शुरू हुआ।
दीवानी परिसर में अधिवक्ताओं के दो गुटों में झगड़ा
यह घटना दीवानी परिसर में उस समय घटी जब दो अधिवक्ताओं के गुटों के बीच झगड़ा हुआ। सूत्रों के मुताबिक, सौरभ यादव और अवधेश यादव के बीच विवाद पहले से चल रहा था, जो अब हिंसक रूप ले चुका है। इस घटना के बाद परिसर में तनाव का माहौल बन गया है।
पूरे मामले की जांच में जुटी कोतवाली पुलिस
घटना के बाद कोतवाली थाना पुलिस ने मामले की गंभीरता को समझते हुए तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस ने घटना स्थल से सबूत इकट्ठा किए हैं और मामले की जांच-पड़ताल में जुटी हुई है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, और मामले में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसी के आधार पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
कोतवाली थाना क्षेत्र स्थित जिला एवं सत्र न्यायालय परिसर का मामला
यह पूरी घटना कोतवाली थाना क्षेत्र स्थित जिला एवं सत्र न्यायालय परिसर में हुई, जो जिले के सबसे अहम कानूनी परिसर में से एक है। यहां पर इस तरह की घटनाओं ने न्यायालय के माहौल को भी प्रभावित किया है, और यह सवाल खड़ा कर दिया है कि बार एसोसिएशन के दो गुटों के बीच इस तरह का विवाद कैसे हुआ।