

मथुरा के वृंदावन में पुलिस ने फर्जी इंस्पेक्टर को गिरफ्तार किया हैं। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
फर्जी इंस्पेक्टर गिरफ्तार
वृंदावन: मथुरा की वृंदावन पुलिस ने एक फर्जी पुलिस इंस्पेक्टर को गिरफ्तार किया है, जो पिछले छह महीनों से वर्दी पहनकर लोगों को धमका कर वसूली कर रहा था।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार खरीदी हुई वर्दी का रौब झाड़ता था और लोगों को धमकाकर पैसे ऐंठता था। आरोपी सचिन शर्मा वृंदावन में एक गेस्ट हाउस भी चलाता था।
उसके कब्जे से 3 स्टार लगी पुलिस की वर्दी, जूते, बेल्ट, मोनोग्राम बरामद हुए है। युवक के खिलाफ केस दर्ज कर पुलिस जांच में जुटी है।
उत्तर प्रदेश पुलिस की वर्दी पहनकर काफी समय से नगर में घूम रहे एक व्यक्ति की शिकायत सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर की गई थी। निरीक्षक अपराध धर्मेन्द्र कुमार के निर्देशन में मामले की जांच कर रहे ओमैक्स चौकी इंचार्ज अमित कुमार ने सोमवार दोपहर को रुक्मणि विहार गोल चक्कर के पास से आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
बताया गया कि आरोपी यूपी पुलिस की 3 स्टार लगी वर्दी, बेल्ट और लाल जूते पहनकर घूम रहा था। कुछ लोगों के साथ ठगी करने की चर्चा भी है। हालांकि पुलिस की प्राथमिक जांच में ठगी करने का मामला प्रकाश में नहीं आया है। मामले में उपनिरीक्षक अमित कुमार ने आरोपी सचिन शर्मा पुत्र कांति शर्मा निवासी ए टॉवर ओमैक्स इटर्निटी व मूल निवासी बमोरा थाना खैर अलीगढ़ के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।
सोशल मीडिया पोस्ट ने खोली पोल
वृंदावन में एक युवक के द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पोस्ट करके शिकायत की कि एक फर्जी इंस्पेक्टर लंबे समय से वर्दी पहनकर लोगों को परेशान कर रहा है। इस शिकायत पर मथुरा पुलिस ने संज्ञान लेते हुए ओमेक्स चौकी प्रभारी अमित कुमार को मामले की जांच सौंपी।
पुलिस की जांच जारी
निरीक्षक अपराध धर्मेन्द्र कुमार के निर्देशन में मामले की जांच कर रहे ओमैक्स चौकी इंचार्ज अमित कुमार ने सोमवार दोपहर को रुक्मणि विहार गोल चक्कर के पास से आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी के खिलाफ धाराएं लगाकर उससे पूछताछ कर रही है। संभावना जताई जा रही है कि उसने और भी धोखाधड़ी की हो सकती है।
गिरफ्तार आरोपी सचिन शर्मा मूल रूप से अलीगढ़ जिले के बमौरा थाना क्षेत्र का निवासी है, लेकिन वह वृंदावन की ओमेक्स सोसाइटी के फूल मून ए टॉवर नामक आलीशान अपार्टमेंट में रहता था। पुलिस के अनुसार वह नकली पुलिसकर्मी बनकर लोगों को डराता था और जबरन पैसे वसूलता था।