

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक फर्जी IAS अधिकारी सौरभ त्रिपाठी गिरफ्तार हुआ है। वह लग्जरी गाड़ियों में घूमता था और असली IAS-IPS अधिकारियों को भी चकमा देता था। सौरभ के पास से फर्जी दस्तावेज और सरकारी प्रोटोकॉल मिले हैं।
पुलिस की गिरफ्त में आरोपी
Lucknow: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने प्रशासन और पुलिस दोनों को हैरान कर दिया है। एक व्यक्ति, जिसका नाम सौरभ त्रिपाठी है, फर्जी IAS अधिकारी बनकर लग्जरी गाड़ियों में घूमता था और असली IPS- IAS अधिकारियों को भी अपनी चालाकी से चकमा देता था। यह खुलासा तब हुआ जब लखनऊ पुलिस ने चेकिंग के दौरान उसे पकड़ लिया।
दरअसल, यह कहानी बॉलीवुड की मशहूर फिल्म स्पेशल 26 जैसी लगती है, जिसमें अक्षय कुमार और अनुपम खेर जैसे कलाकार फर्जी अधिकारी बनकर बड़े-बड़े ठगों को पकड़ते हैं। परंतु अब असल जिंदगी में भी ऐसा ही एक मामला लखनऊ से सामने आया है, जहां सौरभ त्रिपाठी ने अपनी फर्जी आईएएस की पहचान बनाकर प्रशासन और पुलिस को चकमा दिया।
लखनऊ में आईएएस अधिकारी बनकर घूम रहा एक व्यक्ति गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने आरोपी के पास से नकली लालबत्ती और दस्तावेजों वाली कई लग्जरी कारें जब्त की हैं। #Lucknow #fraudIAS #crime @Uppolice pic.twitter.com/2OAfLWCWpF
— डाइनामाइट न्यूज़ हिंदी (@DNHindi) September 5, 2025
पुलिस के मुताबिक, सौरभ के पास से कई लग्जरी गाड़ियां, फर्जी आईएएस अधिकारी बनने के कागजात और सरकारी प्रोटोकॉल के दस्तावेज बरामद हुए हैं। इतना ही नहीं, उसके पास गाड़ियों के हूटर और प्रोटोकॉल भी थे, जिससे वह असली अफसरों की तरह व्यवहार करता था।
फर्जी IAS अधिकारी बनकर करता था ठगी
सूत्रों से पता चला है कि सौरभ त्रिपाठी बड़े-बड़े अधिकारियों और नेताओं की बैठकों में भी मौजूद रहता था, जिससे उसकी पहचान करना और भी मुश्किल हो गया था। प्रशासन की लापरवाही के कारण वह लंबे समय तक पकड़ा नहीं गया। पुलिस ने इस मामले में सिस्टम की कमियों को गंभीरता से लिया है।
लखनऊ पुलिस ने सौरभ को गिरफ्तार कर गंभीरता से पूछताछ शुरू कर दी है। पूछताछ में यह पता लगाया जा रहा है कि उसने फर्जी आईएएस अधिकारी बनकर कौन-कौन से अपराध किए, उससे क्या फायदे हुए और उसने किन-किन अधिकारियों को ठगा। पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि अगर किसी ने सौरभ त्रिपाठी से कोई ठगी या दुरुपयोग का अनुभव किया है तो तुरंत पुलिस को सूचना दें।
अब जनता की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि लखनऊ पुलिस इस मामले में कितनी तेजी से कार्रवाई करती है और क्या यह मामला पूरी तरह से सुलझाया जा पाता है। फिलहाल सौरभ की चलती अब खत्म हो चुकी है और पुलिस उसकी भूमिका के सभी पहलुओं की जांच कर रही है।