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नशे के अवैध कारोबार पर अब तक की सबसे कड़ी कार्रवाई करते हुए पूरे प्रदेश में व्यापक अभियान छेड़ दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के स्पष्ट निर्देशों के बाद एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) और खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (FSDA) ने प्रदेश के कई जिलों में छापेमारी करके लाखों रुपये मूल्य की अवैध नशीली दवाएं जब्त की हैं।
प्रतीकात्मक छवि
New Delhi: उत्तर प्रदेश सरकार ने नशे के अवैध कारोबार पर अब तक की सबसे कड़ी कार्रवाई करते हुए पूरे प्रदेश में व्यापक अभियान छेड़ दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के स्पष्ट निर्देशों के बाद एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) और खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (FSDA) ने प्रदेश के कई जिलों में छापेमारी करके लाखों रुपये मूल्य की अवैध नशीली दवाएं जब्त की हैं।
इस दौरान 128 एफआईआर दर्ज की गई हैं और आधा दर्जन से अधिक लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है। सरकार का लक्ष्य है कि प्रदेश के युवाओं को नशे की गिरफ्त में धकेलने वाले तस्करों और अवैध दवा कारोबारियों पर निर्णायक प्रहार किया जाए। योगी सरकार के ताजा एक्शन को हाल के दिनों में बड़ी कार्रवाई के तौर पर देखा जा रहा है।
सीएम योगी के निर्देश के बाद प्रदेशभर में कोडीनयुक्त कफ सिरप, नकली नॉरकोटिक दवाओं और साइकोट्रॉपिक दवाओं के अवैध स्टॉक पर बड़े स्तर पर कार्रवाई शुरू हुई है। अनेक जिलों में छापेमारी अभियान लगातार जारी है। लाखों की अवैध दवाएं अब तक सीज की जा चुकी हैं। संदिग्ध रिकॉर्ड मिलने पर दो दर्जन से अधिक मेडिकल स्टोर्स की बिक्री पर अस्थायी रोक लगा दी गई है। नॉरकोटिक्स की अवैध सप्लाई चेन को तोड़ने के लिए गहन दस्तावेज जांच की जा रही है।
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खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने जिन फर्मों में अवैध बिक्री या स्टॉकिंग के प्रमाण मिले, उन पर NDPS एक्ट के तहत कठोर कार्रवाई की है। अभियान के दौरान कई स्थानों से नशे के अवैध कारोबार में शामिल व्यक्तियों की गिरफ्तारी हुई है। कुछ जगहों पर बड़े पैमाने पर कफ सिरप और नॉरकोटिक्स का भंडारण मिला, जिन्हें तुरंत सीज किया गया।
आयुक्त डॉ. रोशन जैकब के अनुसार विशेष अभियान के तहत कुल 28 जिलों में 128 एफआईआर दर्ज की गई हैं। इनमें सर्वाधिक कार्रवाई वाराणसी में की गई है। इस अभियान के तहत वाराणसी में 38, जौनपुर में 16, कानपुर नगर में 8, गाजीपुर में 6, लखीमपुर खीरी में 4 और लखनऊ में 4 केस दर्ज किए गए हैं।
इसके अलावा बहराइच, बिजनौर, प्रयागराज, प्रतापगढ़, सीतापुर, सोनभद्र, बलरामपुर, रायबरेली, संतकबीरनगर, हरदोई, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर, उन्नाव, बस्ती, अंबेडकरनगर, आजमगढ़, सहारनपुर, बरेली, सुल्तानपुर, चंदौली, मीरजापुर आदि में कुल 52 एफआईआर दर्ज की गई है।