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गाजियाबाद और बनारस से करोड़ों रुपए की कोडिन कफ सिरप की तस्करी के मामले में शुभम जयसवाल का नाम उभर कर सामने आया है और वह इस इंटरनेशनल ड्रग तस्करी का मास्टरमाइंड माना जा रहा है। शुभम के पिता भोलानाथ प्रसाद पहले से दवा व्यवसाय से जुड़े थे, लेकिन उनका कारोबार सीमित स्तर पर चलता था।
मास्टरमाइंड शुभम जयसवाल
New Delhi: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद और बनारस से करोड़ों रुपए की कोडिन कफ सिरप की तस्करी के मामले में शुभम जयसवाल का नाम उभर कर सामने आया है और वह इस इंटरनेशनल ड्रग तस्करी का मास्टरमाइंड माना जा रहा है। शुभम के पिता भोलानाथ प्रसाद पहले से दवा व्यवसाय से जुड़े थे, लेकिन उनका कारोबार सीमित स्तर पर चलता था। परिवार वाराणसी के गायघाट स्थित एक छोटे से मकान में रहता था।
शुभम जायसवाल के पिता भोला प्रसाद को कोलकाता एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया था जब वह कथित तौर पर देश छोड़कर भागने की कोशिश कर रहे थे। इसके अलावा, एसटीएफ ने सिंडिकेट के दो प्रमुख सहयोगियों—बर्खास्त सिपाही आलोक प्रताप सिंह और अमित कुमार सिंह उर्फ अमित टाटा को भी गिरफ्तार किया है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मनी लॉन्ड्रिंग (PMLA) के तहत मामला दर्ज कर वाराणसी स्थित शुभम के दो मकानों पर नोटिस भी चस्पा किए हैं।
इसी दौरान शुभम जायवाल ने कोरोना महामारी के समय दवा बाजार में अवसर देख कर कारोबारी गतिविधियां शुरू कीं। शुभम ने सबसे पहले रांची में शैली ट्रेडर्स नाम से फर्म रजिस्टर कराई। जांच एजेंसियों के अनुसार, यहीं से वह कफ सिरप की अवैध बिलिंग और सप्लाई में शामिल हुआ। उसके तार झारखंड, पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश तक फैले नशा कारोबार से जुड़े नेटवर्क से जुड़े पाए गए हैं।
अधिकारियों के अनुसार, शुभम जायसवाल एक तरह से सुपर स्टॉकिस्ट की भूमिका में था। उसके संपर्क में छोटे-बड़े कई स्टॉकिस्ट और रिटेलर थे। वह फर्जी दस्तावेजों और फर्जी बिलिंग के जरिए बड़े पैमाने पर कोडीन कफ सिरप की सप्लाई करवाता था।
पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि पूरे ऑपरेशन का संचालन वह वाराणसी से ही करता था। पिछले तीन वर्षों में उसने ड्रग विभाग के कुछ अधिकारियों और कर्मचारियों से मिलीभगत कर बड़ी संख्या में ड्रग लाइसेंस जारी करवाए। कई लाइसेंस बिना किसी सत्यापन के ही जारी कर दिए गए। इन फर्मों के जरिए सिर्फ कोडीन कफ सिरप की ही बिलिंग की जाती थी, जबकि दवा दुकानें जमीनी स्तर पर अस्तित्व में भी नहीं थीं।
जांच एजेंसियों द्वारा जुटाए गए प्रारंभिक आंकड़ों के अनुसार, अवैध सप्लाई से हुए लाभ ने उसके कारोबार को पांच वर्षों में 2000 करोड़ से अधिक की संपत्ति तक पहुंचा दिया। मामले में विभागीय स्तर पर कार्रवाई शुरू हो गई है और कई अधिकारियों की भूमिका भी जांच के दायरे में है।
कोडीन कफ सिरप मामले के मास्टरमाइंड शुभम जायसवाल की तलाश एजेंसियां कर रही हैं। बीते दिन गुरुवार को ED ने शुभम जायसवाल के वाराणसी स्थित दो घर पर नोटिस चस्पा किया था। लेकिन अभी भी शुभम जायसवाल पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। इस बीच शुभम जायसवाल का एक एक्सक्लूसिव वीडियो सामने आया है। इस 13 मिनट के वीडियो में शुभम जायसवाल ने अपने ऊपर लग रहे आरोपों पर सफाई देते हुए खुद को बेकसुर बताया है। इस दौरान उसने सीएम योगी आदित्यनाथ से भी न्याय की अपील की है। बता दें कि कफ सिरफ सिंडिंकेट में शुभम जायसवाल मुख्य आरोपी माना जा रहा है। अभी तक पुलिस ने शुभम जायसवाल के पिता भोला प्रसाद और उसके करीबी दोस्त अमित सिंह टाटा को गिरफ्तार किया है। वहीं शुभम को लेकर ऐसा कहा जा रहा है कि वह दुबई भाग चुका है।