

बांदा में विधायक और एसडीएम के विवाद के बीच अब डीएम की भी एंट्री हो गयी हैं। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
बांदा में एसडीएम और विधायक में विवाद
बांदा: उत्तर प्रदेश के बांदा जिले के महुवा ब्लॉक में हुई एक घटना से विधायक और प्रशासन के बीच विवाद खड़ा हो गया। रविवार को जिले के नारायणी तहसील के एसडीएम अमित शुक्ला अपनी टीम के साथ अवैध रेत खनन पर कार्रवाई करने गये थे। इस दौरान उन्होंने अवैध रूप से रेत से भरे दो ट्रकों को जब्त कर लिया। इसी बात को लेकर मौके पर पहुंचे बीजेपी विधायक प्रकाश द्विवेदी के समर्थकों ने कथित रूप से हंगामा शुरू कर दिया।
आरोप है कि उन्होंने एसडीएम से ट्रक छोड़ने का दबाव बनाया और जब बात नहीं बनी तो मारपीट पर उतर आए। हालात इतने बिगड़े कि समर्थकों ने एसडीएम की सरकारी गाड़ी को घेर लिया, गालियां दीं और उसे पलटने तक की कोशिश की। सबसे हैरान करने वाली बात यह रही कि इस दौरान विधायक खुद मौके पर मौजूद थे। समर्थकों ने एसडीएम के ड्राइवर को कथित तौर पर गाड़ी से खींचकर पीटा और धमकियां दीं।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार जिलाधिकारी के निर्देश पर 26/27 जून की मध्य रात्रि को जिलेभर में विभिन्न स्थलों पर छापेमारी की गई। ग्राम पथरी मोड़ के पास अपर जिलाधिकारी (वि/रा), अपर पुलिस अधीक्षक और खान अधिकारी की संयुक्त टीम ने चेकिंग अभियान चलाया, जिसमें 9 ट्रक अवैध रूप से उपखनिज (बालू) का परिवहन करते पाए गए। ये सभी वाहन टैम्पर्ड नंबर, ओवरलोड और एक्सटेंड बॉडी के साथ पाए गए और इन्हें कोतवाली देहात थाने की सुपुर्दगी में दे दिया गया।
इसके अतिरिक्त, उपजिलाधिकारी बाँदा, पैलानी, अतर्रा, नरैनी, बबेरू एवं यात्रीकर अधिकारी द्वारा अपने-अपने क्षेत्रों में चलाई गई जांच में कुल 32 ओवरलोड, टैम्पर्ड नंबर और बिना वैध दस्तावेज वाले वाहनों को पकड़ा गया। इन सभी वाहनों को भी संबंधित थानों में सुपुर्द किया गया। इस प्रकार कुल 41 ओवरलोड बालू से भरे ट्रकों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की गई।
वहीं, सदर विधायक प्रकाश द्विवेदी ने इस प्रकरण में अपना पक्ष रखते हुए कहा कि उनका और एसडीएम का कोई आपसी विवाद नहीं है। घटना के अगले ही दिन एसडीएम अमित शुक्ल प्रशिक्षण के लिए लखनऊ रवाना हो गए थे। हालात को देखते हुए जिलाधिकारी जे. रीभा ने बालू माफियाओं के खिलाफ अभियान तेज कर दिया है, जिससे माफियाओं में हड़कंप मचा हुआ है।