

रायबरेली में आज विभिन्न दलित संगठनों के लोगों ने सलोन पुलिस पर आरोप लगाते हुए कार्रवाही की मांग की है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
रायबरेली: जनपद के अम्बेडकरवादी बहुजनवादी, संविधान पसन्द समतावादी ,धम्म से जुड़े विभिन्न सामाजिक संगठनों के संयुक्त तत्वाधान में अखिल भारतीय वीरा पासी सेना एवं विश्व दलित परिषद् उoप्रo रायबरेली के संयोजन में रायबरेली विकास भवन में अनुसूचित जाति के लोग एकत्र हुए।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार संगठन के पदाधिकारियों ने कहा कि जिले की बिगड़ी कानून व्यवस्था के तहत अनुसूचित जाति (दलितों) के ऊपर आये दिन हो रहे जुल्म अत्याचार, एंव पुलिसिया उत्पीड़न से बढ़ रही घटनाओं पर रोकथाम न किए जाने को लेकर विरोध किया।
संगठन ने ज्ञापन के माध्यम से कहा कि थाना सलोन पुलिस की पुलिसिया उत्पीड़न से पीड़ित अनिकेत पासी उर्फ अंकित एवं सदमे में मृतक रामेसर पासी के परिवार को न्याय दिलाये जाने की मांग की गई है। उक्त प्रकरण की निष्पक्ष जांच मजिस्ट्रेट स्तर के उच्चाधिकारियों से कराकर दोषी पुलिस वालो को दण्डित कर मुकदमा दर्ज किए जाने एंव शासन द्वारा पीड़ित परिवार को आर्थिक सहयोग दिलाए जाने हेतु सांकेतिक प्रदर्शन कर आक्रोश व्याप्त कर रायबरेली जिलाधिकारी के माध्यम से सूबे के महामहिम राज्यपाल, मुख्यमंत्री, पुलिस महानिदेशक, अध्यक्ष उoप्रo sc/st आयोग को सम्बोधित मांगपत्र नगर मजिस्ट्रेट को सौंपा ज्ञापन। कार्यक्रम का संचालन सामाजिक कार्यकर्ता बहुजन नेता राजेश कुरील ने किया।
सांकेतिक प्रदर्शन मे बहुजन नेताओं ने थाना सलोंन पुलिस की कार्यशैली की निन्दाकर आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि उक्त प्रकरण में 48घंटे में जिला प्रशासन अगर पीड़ित अनिकेत पासी के परिवार को न्याय नही दिया गया दोषी पुलिस वालो को दण्डित नहीं किया गया। और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने जाने हेतु जनपद का अनुसूचित जाति (दलित) जिला प्रशासन का घेराव कर अनिश्चित कालीन धरना प्रदर्शन करने के लिए बाध्य होगा।
सांकेतिक प्रदर्शन में देशराज पासी, विमल किशोर सबरा, सूबेदार हरी प्रसाद शास्त्री, विजय भीम, सतेश गौतम, सुरेश भारती, राम संजीवन कोरी, समुझ लाल धीमान, सुखराना पासी,आरती पासी, रामावती पासी, गीता पासवान,जियालाल पासी, बुद्धराम पासी, डी डी कुशवाहा, आर एस कटियार,, इरशाद अहमद एडवोकेट, मोo मुमताज, गुफरान अहमद, फूलचन्द्र पासी,अवधेश कुमार, फुरकान, परवीन कुमार आदि सैकड़ों महिला पुरुष शामिल थे।