

अलीगढ़ में कुछ मुस्लिम युवकों पर कथित तौर पर गोकशी का आरोप लगाकर उन्हें बीजेपी और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने बर्बर तरीके से पीटा। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की खास रिपोर्ट
मुस्लिम युवकों की पिटाई के विरोध में दिखाया गुस्सा
अलीगढ़: कथित गोहत्या के शक में मुस्लिम युवकों के साथ की गई बेरहमी से मारपीट के विरोध में आज समाजवादी पार्टी (सपा), कांग्रेस और एआईएमआईएम (AIMIM) के कार्यकर्ताओं ने एसएसपी कार्यालय के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और बजरंग दल से जुड़े लोगों ने मुस्लिम युवकों को निशाना बनाते हुए संविधान और अल्पसंख्यकों के मौलिक अधिकारों का उल्लंघन किया है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, हाल ही में अलीगढ़ में कुछ मुस्लिम युवकों पर कथित तौर पर गोकशी का आरोप लगाकर उन्हें बीजेपी और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने बर्बर तरीके से पीटा। घटना का वीडियो सामने आने के बाद यह मामला तूल पकड़ गया। सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रिया के बीच राजनीतिक दलों ने इसे कानून व्यवस्था और मानवाधिकार का गंभीर मुद्दा बताया।
पीड़ित मुस्लिम युवकों पर हमला करने वालों की तत्काल गिरफ्तारी और उन्हें जेल भेजा जाए। पीड़ित परिवार को मुआवजा, सरकारी सहायता और प्रभावी सुरक्षा दी जाए। सांप्रदायिक तनाव फैलाने वाले संगठनों की उच्च स्तरीय जांच कर उनके विरुद्ध कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए. त्योहारों के दौरान मुस्लिम बहुल इलाकों में विशेष सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। जिससे शांति और सौहार्द बना रहे। यदि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो समाजवादी पार्टी और कांग्रेस बड़े स्तर पर आंदोलन छेड़ेंगी।
SSP ने दिया आश्वासन
एसएसपी संजीव सुमन ने प्रदर्शनकारियों से मुलाकात की और दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि मामले की जांच तेजी से चल रही है और कानून के दायरे में रहकर सभी आरोपियों पर उचित कार्रवाई की जाएगी।
प्रमुख नेता पहुंचे SSP कार्यालय
प्रदर्शन के दौरान सपा और कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। इनमें समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक जफर आलम, पूर्व विधायक वीरेश यादव, जिला अध्यक्ष लक्ष्मी धनगर, महानगर अध्यक्ष अब्दुल हमीद घोसी सहित कई पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल थे। AIMIM के जिला अध्यक्ष यामीन अब्बासी भी अपने समर्थकों के साथ प्रदर्शन में शामिल हुए।
खूब नारेबाजी हुई
प्रदर्शनकारियों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और चेतावनी दी कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं की गई तो वे सड़कों पर उतरकर बड़ा जन आंदोलन करेंगे। इस दौरान अज्जू इसाक, लक्ष्मी धनगर और यामीन अब्बासी मौजूद रहे।