मेरठ की ‘गुर्जर महापंचायत’ में बवाल: पुलिस ने खदेड़ा, नोएडा समेत वेस्ट यूपी के कई दिग्गज नेता हिरासत में, जानें क्यों

मेरठ के दौराला थाना क्षेत्र के दादरी गांव में रविवार को आयोजित गुर्जर महापंचायत में भारी हंगामा हो गया। पुलिस ने पंचायत में पहुंचने से पहले ही गुर्जर समाज संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष रविंद्र भाटी गुर्जर समेत कई नेताओं को हिरासत में ले लिया। घटना के बाद पंचायत स्थल पर तनाव का माहौल बना रहा।

Post Published By: Mayank Tawer
Updated : 21 September 2025, 3:14 PM IST
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Meerut: रविवार को मेरठ के दादरी गांव (थाना दौराला क्षेत्र) में गुर्जर समाज द्वारा आयोजित महापंचायत उस समय विवाद का रूप ले गई, जब पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पंचायत में शामिल होने आए नेताओं और लोगों को बीच रास्ते से ही हिरासत में ले लिया। इस कार्रवाई से पंचायत में पहुंचे लोगों में आक्रोश फैल गया और स्थिति तनावपूर्ण हो गई।

कई जिलों के लोग पहुंचे

महापंचायत में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों सहारनपुर, नोएडा, मुजफ्फरनगर और मेरठ से गुर्जर समाज के सैकड़ों लोग जुटे थे। पंचायत का उद्देश्य बिरादरी के हक, राजनीतिक भागीदारी और सामाजिक मुद्दों पर चर्चा करना था। लेकिन पुलिस ने इससे पहले ही रविंद्र भाटी गुर्जर समेत अन्य नेताओं को हिरासत में ले लिया और पुलिस लाइन भेज दिया।

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पंचायत स्थल पर पुलिस की दबिश और हंगामा

जैसे ही पंचायत शुरू हुई, पुलिस की कई टीमें दादरी के मंडौरा गांव में पहुंच गई और कुछ लोगों को डंडे से खदेड़ना शुरू कर दिया। इसी बीच अफरा-तफरी में कथित तौर पर कुछ लोगों द्वारा पत्थर फेंकने की भी बात सामने आई। हालांकि, पुलिस ने इस बात से इनकार किया है।

गुर्जर नेताओं का आरोप

राष्ट्रीय गुर्जर समाज संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष रविंद्र भाटी, अभिनव भाटी और अमित मोतला सहित कई अन्य प्रमुख नेताओं को पुलिस ने हिरासत में लेकर पुलिस लाइन भेज दिया। पंचायत में पहुंचे गुर्जर नेता सुभाष भाटी ने तीखा बयान देते हुए कहा, “विपक्षी दलों द्वारा अफवाह फैलाई जा रही है कि गुर्जर अपने गांव के बाहर अपना नाम नहीं लिख सकते। यह सरासर जातिवाद है।”

उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा की सरकार में जातीय भेदभाव को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने आगे कहा, “मैं भाजपा को मानता हूं लेकिन मेरी बिरादरी पहले है। हम अपने हक की बात कर रहे थे और पुलिस ने हमारे लोगों को जबरन उठा लिया। यह सरासर तानाशाही है।” इस महापंचायत में नोएडा के सक्रिय किसान और सपा नेता मोहित नागर भी शामिल हुए।

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अब जानिए कि पुलिस ने क्या कहा?

एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने कहा कि पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ युवक पंचायत के बहाने रैली निकालने और माहौल खराब करने का प्रयास कर सकते हैं। पुलिस ने समय रहते मौके पर पहुंचकर शांति व्यवस्था कायम की और कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि कोई पत्थरबाजी नहीं हुई, सिर्फ कुछ लोगों को कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए हिरासत में लिया गया है।

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