

टूर ऑपरेटर्स ने तुर्की के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए तुर्की की बुकिंग्स को रद्द करना शुरू कर दिया है। इसके साथ ही अजरबैजान का भी बहिष्कार किया गया है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की यह रिपोर्ट
Boycott Turkey
गाजियाबाद: दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारतीय सेना द्वारा चलाए गए "ऑपरेशन सिंदूर" के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। इसी बीच अंतरराष्ट्रीय मोर्चे पर तुर्की ने पाकिस्तान का समर्थन कर एक नया विवाद खड़ा कर दिया है। तुर्की के इस रुख से भारत में नाराजगी फैल गई है। कई राज्यों में इसका विरोध शुरू हो गया है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, भारत में आमजन खासकर व्यापारिक वर्ग ने तुर्की के इस कदम की कड़ी आलोचना करते हुए आर्थिक बहिष्कार की मुहिम शुरू कर दी है। गुजरात और राजस्थान के बाद अब उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से भी तुर्की के खिलाफ विरोध की आवाजें उठने लगी हैं।
गाजियाबाद में फल विक्रेताओं ने उठाया तुर्की के खिलाफ मोर्चा
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के साहिबाबाद स्थित प्रमुख फल मंडी के फल विक्रेताओं ने तुर्की से होने वाले व्यापारिक संबंध खत्म करने का ऐलान किया है। विक्रेताओं का कहना है कि तुर्की द्वारा पाकिस्तान का समर्थन किया जाना आतंकवाद का समर्थन करने के बराबर है।
होगा करोड़ों रुपये का नुकसान
एक फल विक्रेता ने कहा, “मीडिया रिपोर्ट्स से हमें पता चला कि तुर्की ने पाकिस्तान का समर्थन किया है। अब भारत हर साल करीब 12-14 करोड़ रुपये का फल व्यापार तुर्की के साथ करता है। जिसमें सेब और अन्य फल शामिल हैं। ऐसे में हमने फैसला लिया है कि हम तुर्की से कोई व्यापार नहीं करेंगे।” उन्होंने आगे कहा, “हम नहीं चाहते कि कोई देश हमारे ही देश से पैसे कमाकर उन्हें हमारे खिलाफ इस्तेमाल करे। चाहे वो सेव हों या अन्य फल, हम तुर्की से आने वाले सभी उत्पादों का विरोध करते हैं और उनका बहिष्कार कर रहे हैं।”
राजस्थान और गुजरात में तेज हुआ बहिष्कार
इससे पहले गुजरात में टूर ऑपरेटर्स ने तुर्की के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए तुर्की की बुकिंग्स को रद्द करना शुरू कर दिया है। इसके साथ ही अजरबैजान का भी बहिष्कार किया गया है। जिसने तुर्की की लाइन पर चलते हुए पाकिस्तान का अप्रत्यक्ष समर्थन किया है।
पाकिस्तान का समर्थन करने वालों के खिलाफ हम
राजस्थान के उदयपुर में मार्बल व्यापारियों ने भी तुर्की के उत्पादों के आयात पर रोक लगाने का फैसला किया है। उदयपुर मार्बल प्रोसेसर कमिटी के अध्यक्ष कपिल सुराना ने कहा, “उदयपुर एशिया की सबसे बड़ी मार्बल निर्यात मंडी है। हमने यह निर्णय लिया है कि तुर्की ने जो पाकिस्तान का समर्थन किया है, उसके विरोध में हम तुर्की से किसी भी प्रकार का माल आयात नहीं करेंगे।”
#BoycottTurkey हुआ ट्रेंड
तुर्की द्वारा पाकिस्तान के साथ खड़े होने के बयान के बाद भारत में बढ़ती जनभावनाएं स्पष्ट रूप से तुर्की के खिलाफ एक व्यापक आर्थिक और सामाजिक बहिष्कार की तरफ बढ़ रही हैं। सोशल मीडिया पर भी #BoycottTurkey ट्रेंड कर रहा है। कई उपभोक्ता तुर्की निर्मित वस्तुओं और सेवाओं को न खरीदने की अपील कर रहे हैं।