

पयागपुर तहसील से महज 400 मीटर की दूरी पर नहर खंड-5 की माइनर नहर में हुए भीषण कटान ने पलटन पुरवा, सहसरावा व पैतौरा क्षेत्र को जलमग्न कर दिया है
माइनर नहर में हुए भीषण कटान
बहराइच: उत्तर प्रदेश के बहराइच से खबर सामने आई है। यहां पयागपुर तहसील से महज 400 मीटर की दूरी पर नहर खंड-5 की माइनर नहर में हुए भीषण कटान ने पलटन पुरवा, सहसरावा व पैतौरा क्षेत्र को जलमग्न कर दिया है। इस हादसे में कई खेतों की मेढ़ टूट गईं और धान के पौधों तक पानी बहने लगा, जिससे ग्रामीणों की फसलें बर्बादी के कगार पर हैं।
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के मुताबिक, पयागपुर तहसील से महज 400 मीटर की दूरी पर नहर खंड-5 की माइनर नहर में हुए भीषण कटान ने पलटन पुरवा, सहसरावा व पैतौरा क्षेत्र को जलमग्न कर दिया है।
स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार, पैतौरा मोड़ से पूर्व पलटन पुरवा होते हुए काधी कुइयां तक जाने वाली माइनर में जगह-जगह कटान हो गया है। नहर का पानी अब गांव की गलियों से होते हुए घरों की देहरी तक पहुंचने लगा है।
"अगर रातभर ऐसा ही जलस्तर रहा, तो घरों में पानी घुसने से तबाही तय है।" – ग्रामीणों की चिंता साफ झलकती है।
धान की फसलें डूबीं, खेतों में बहा मेहनत का पसीना
कई किसानों की महीनों की मेहनत पल भर में पानी में बह गई। धान के नाजुक पौधों के ऊपर से बहता तेज पानी अब खेतों की बर्बादी का सबब बन चुका है। वहीं खेतों की मेढ़ों पर पानी के बहाव से अगल-बगल की फसलें भी खतरे में हैं।
प्रशासन की ओर से कार्रवाई का आश्वासन
घटना की सूचना पर ग्रामीणों ने तहसील प्रशासन व एसडीएम से संपर्क किया।
एसडीएम ने भरोसा दिलाया कि "स्थिति पर नजर रखी जा रही है और जलनिकासी की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। आवश्यकतानुसार राहत कार्य भी शुरू किया जाएगा।"
जनजीवन अस्त-व्यस्त, पलायन की आशंका
गांव की गलियों में भरा गंदा पानी लोगों की दिनचर्या को बुरी तरह प्रभावित कर रहा है। बच्चों, बुजुर्गों और मवेशियों की आवाजाही तक मुश्किल हो गई है। ग्रामीणों ने चेताया कि अगर जल्द जलनिकासी की व्यवस्था नहीं की गई, तो कुछ परिवारों को पलायन तक करना पड़ सकता है।
संपूर्ण समाधान दिवस में शर्मनाक लापरवाही: सोशल मीडिया में डूबे अधिकारी, पीड़ितों की अनसुनी पुकार
नोएडा एयरपोर्ट का इंटरचेंज होगा देश का सबसे सुंदर, नितिन गडकरी 8 जुलाई को करेंगे ऐतिहासिक काम