

इस महत्वाकांक्षी परियोजना की औपचारिक शुरुआत 8 जुलाई को केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी द्वारा की जाएगी। इस अवसर पर वे अपनी माता के नाम से एक पौधा लगाकर इस हरित परियोजना की नींव रखेंगे।
नितिन गडकरी की फाइल फोटो
Gautam Buddha Nagar News: नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे और यमुना एक्सप्रेसवे से जोड़ने वाले इंटरचेंज को देश का सबसे आकर्षक के साथ सुंदर इंटरचेंज बनाने की दिशा में काम शुरू हो चुका है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) इस इंटरचेंज को विश्वस्तरीय सौंदर्य से सजाने की योजना पर काम कर रहा है, जो बेंगलुरू के केंपेगौड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के आसपास की हरियाली और फूलों से सजी सड़कों जैसी दिखेगी।
8 जुलाई को नितिन गडकरी करेंगे परियोजना की शुरुआत
इस महत्वाकांक्षी परियोजना की औपचारिक शुरुआत 8 जुलाई को केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी द्वारा की जाएगी। इस अवसर पर वे अपनी माता के नाम से एक पौधा लगाकर इस हरित परियोजना की नींव रखेंगे। इसके बाद इंटरचेंज के चार लूप और आठ ट्रेंगल एरिया को सजाने-संवारने का कार्य शुरू हो जाएगा। इसमें झीलें, चबूतरे, पार्क, पगडंडियां और फूलों की क्यारियां विकसित की जाएंगी।
35 एकड़ में फैलेगा हरियाली और सौंदर्य का अनूठा संगम
NHAI के अफसरों का कहना है कि इस इंटरचेंज में लगभग 35 एकड़ भूमि पर हरियाली, झील, एलईडी लाइटिंग युक्त अत्याधुनिक फव्वारे, वृताकार पगडंडी और आरामगाह पार्क बनाए जाएंगे। यहां देशी-विदेशी किस्मों के लगभग 25,000 पौधे लगाए जाएंगे। जिनमें अधिकतर फूल देने वाले और वर्ष भर हरे-भरे रहने वाले पौधे शामिल होंगे। घास और हरियाली के माध्यम से पूरे क्षेत्र को एक प्राकृतिक उद्यान का रूप दिया जाएगा।
एयरपोर्ट पहुंचने से पहले ही महसूस होगी भव्यता
यह इंटरचेंज यमुना एक्सप्रेसवे और 31 किलोमीटर लंबे लिंक एक्सप्रेसवे के बीच एक प्रमुख कड़ी होगा, जो नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से लगभग एक किलोमीटर पहले स्थित है। इंटरचेंज पर चार बड़े लूप और आठ ट्रैफिक ट्रेंगल बनाए गए हैं, जिनसे यातायात का प्रवाह सुचारू रहेगा और यात्रियों को एयरपोर्ट पहुंचने से पहले ही एक आकर्षक और भव्य दृश्य का अनुभव होगा।
पर्यावरण संरक्षण को दी जा रही प्राथमिकता
इस परियोजना में केवल सुंदरता ही नहीं, बल्कि पर्यावरण संरक्षण को भी विशेष महत्व दिया जा रहा है। लगाए जाने वाले पौधों का चयन इस प्रकार किया जा रहा है कि वे न केवल सौंदर्य बढ़ाएं, बल्कि पर्यावरण को अधिकतम लाभ भी पहुंचाएं। पौधे वायु शुद्ध करने वाले, कम जल की आवश्यकता वाले और जैव विविधता को बढ़ावा देने वाले होंगे।
भविष्य के लिए आदर्श बन सकता है यह प्रोजेक्ट
NHAI अधिकारियों का मानना है कि यह इंटरचेंज देशभर में बन रहे अन्य इंटरचेंजों और एक्सप्रेसवे परियोजनाओं के लिए एक आदर्श उदाहरण बन सकता है। यह सिर्फ एक यातायात सुविधा नहीं, बल्कि यात्रियों के लिए एक अनुभव स्थल होगा, जो भारत की आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर योजनाओं में सौंदर्य, प्रकृति और तकनीक का सामंजस्य प्रस्तुत करेगा। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के साथ-साथ यह सुंदर इंटरचेंज भी देश की छवि को वैश्विक स्तर पर एक नई पहचान देगा।