

जिलाधिकारी आजमगढ़ पर अभियंता से दुर्व्यवहार और हमले के आरोप में सिंचाई, जल निगम और PWD के इंजीनियरों ने बिगुल फूंक दिया हैं। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
जल निगम और PWD का विरोध प्रदर्शन
महराजगंज: उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जनपद में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार (द्वितीय) पर सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता अरुण सचदेव के साथ गाली-गलौज और शारीरिक हमले का गंभीर आरोप लगा है। यह घटना 13 जून की बताई जा रही है। अभियंता को उनके सरकारी कार्य के सिलसिले में जिलाधिकारी आवास बुलाया गया, जहां कथित रूप से उन्हें अपमानित करते हुए डंडे से मारा गया।
इस मामले को लेकर उत्तर प्रदेश सिंचाई, PWD और जल निगम के इंजीनियर्स एसोसिएशन ने कड़ा विरोध जताया है। एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री को संबोधित एक पत्र में इस घटना को अखिल भारतीय सेवा (आचरण) नियमावली 1968 के स्पष्ट उल्लंघन की श्रेणी में बताते हुए जिलाधिकारी को सेवा से बर्खास्त करने की मांग की है। इसके अतिरिक्त एसोसिएशन ने उनके खिलाफ आपराधिक धाराओं में मुकदमा दर्ज कर विधिक कार्यवाही किए जाने और उनके पिछले कार्यकाल की उच्च स्तरीय जांच कराए जाने की भी मांग की है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार इंजीनियर्स एसोसिएशन का कहना है कि प्रदेश भर के अभियंता विकास कार्यों को पूरी निष्ठा के साथ संपादित कर रहे हैं, लेकिन इस प्रकार की घटनाएं उनके मनोबल को तोड़ने का कार्य कर रही हैं। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि अधिकारियों के साथ होने वाली बैठकों की वीडियोग्राफी अनिवार्य की जाए, जिससे पारदर्शिता बनी रहे और किसी भी प्रकार के दुव्यवहार से बचा जा सके।
इस मामले ने प्रदेश भर के अभियंताओं में रोष की लहर दौड़ा दी है और अब सभी की निगाहें शासन की ओर टिकी हैं कि वह इस गंभीर प्रकरण में क्या रुख अपनाता है। इस मौके पर जल निगम के अधिशासी अभियंता आतिफ हुसैन, PWD के अवर अभियंता कर्ण सिंह समेत सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।