

समाजवादी पार्टी के नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खान 23 महीने बाद सीतापुर जेल से रिहा हो गए हैं। जेल के बाहर भारी पुलिस बल तैनात की गई है, ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके। उनकी रिहाई को लेकर समर्थकों में उत्साह है।
जेल से रिहा हुए आजम खान
Sitapur: समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खान 23 महीने बाद सीतापुर जेल से रिहा हो गए हैं। उनके साथियों और समर्थकों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया, लेकिन जेल के बाहर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। भारी पुलिस बल तैनात किया गया है ताकि किसी प्रकार की अप्रिय घटना से बचा जा सके।
आजम खान की रिहाई पर उनके समर्थकों में खुशी का माहौल है। समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं और समर्थकों की भारी भीड़ जेल के बाहर उमड़ पड़ी। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मंगलवार को उन्होंने जेल से बाहर कदम रखा।
आज़म ख़ान के खिलाफ कुल 72 आपराधिक मामले दर्ज थे, जिनमें से सभी में उन्हें जमानत मिल चुकी है। सोमवार को लूट, डकैती और धोखाधड़ी से जुड़े 19 मामलों में अंतिम रूप से रिहाई परवाने एमपी-एमएलए कोर्ट से जारी हुए, जिससे उनका जेल से बाहर आना संभव हुआ।
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रामपुर से जुड़े बहुचर्चित "क्वालिटी बार प्रकरण" में आज़म ख़ान, उनकी पत्नी तंजीन फातिमा और बेटे अब्दुल्ला आज़म को आरोपी बनाया गया था। आरोप था कि वर्ष 2013 में मंत्री रहते हुए उन्होंने सिविल लाइंस क्षेत्र में स्थित एक निजी बार की जमीन को कथित रूप से हड़प लिया और अपने परिवार के नाम करा दी। इस मामले में 2019 में एफआईआर दर्ज की गई थी। इसके बाद, साल 2024 में उन्हें इस मामले में मुख्य आरोपी घोषित किया गया और मई 2025 में एमपी-एमएलए कोर्ट ने उनकी जमानत अर्जी खारिज कर दी। हालांकि, सितंबर 2025 में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने उन्हें राहत देते हुए जमानत दे दी।
आज़म ख़ान 23 महीने बाद सीतापुर जेल से रिहा हुए। उनके बेटे अब्दुल्ला और अदीब भी थे मौजूद, सभी रामपुर के लिए हुए रवाना #BreakingNews #AzamKhan #SamajwadiParty #sitapur #DNCard@samajwadiparty pic.twitter.com/j46jcbNH6s
— डाइनामाइट न्यूज़ हिंदी (@DNHindi) September 23, 2025
आज़म ख़ान ने हाईकोर्ट से मिली जमानतों के आधार पर एमपी-एमएलए स्पेशल कोर्ट में सभी 72 मामलों में रिहाई की अर्जियां दाखिल की थीं। कोर्ट ने जमानतियों का सत्यापन करने के आदेश दिए थे, जिसे पुलिस और राजस्व विभाग ने सोमवार को पूरा कर कोर्ट में रिपोर्ट सौंपी। इसके बाद रिहाई के आदेश जारी हुए।
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आज़म ख़ान को रिसीव करने के लिए समाजवादी पार्टी की सांसद रुचि वीरा अपने काफिले के साथ सीतापुर जेल की ओर रवाना हुईं, लेकिन पुलिस ने उन्हें रास्ते में रोक लिया। बैरिकेडिंग लगाकर उनका काफिला रोकने से पार्टी कार्यकर्ताओं में नाराज़गी देखी गई। फिलहाल, आजम खान की रिहाई को लेकर समाजवादी पार्टी में खुशी का माहौल है।