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समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता आजम खां को एक बार फिर से जेल जाना पड़ा है। बीते 23 सितंबर को आजम खां को जेल से जमानत पर रिहा किया गया था, लेकिन अब 2 पैन कार्ड रखने के मामले में उन्हें जेल भेजा गया। इस फैसले को लेकर सपा में गहमागहमी और राजनीतिक प्रतिक्रियाएं तेज हो गई हैं।
Lucknow: समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री आजम खां को एक बार फिर जेल जाना पड़ा है। उन्हें 23 सितंबर को जमानत पर रिहाई मिली थी, लेकिन अब दो पैन कार्ड रखने के मामले में अदालत ने उन्हें पुनः न्यायिक हिरासत में भेज दिया। इस फैसले के बाद सपा में जबरदस्त राजनीतिक हलचल मच गई है और तमाम नेता इसे लोकतंत्र पर हमला बता रहे हैं।
सपा नेता अजीत कुमार त्रिपाठी ने कहा कि सरकार लोकतांत्रिक ढांचे को कमजोर करने की कोशिश कर रही है। उनके अनुसार यह सिर्फ आजम खां का मामला नहीं, बल्कि पूरे लोकतंत्र के लिए चिंता का विषय है। सपा अल्पसंख्यक सभा के राष्ट्रीय सचिव शकील लोहिया ने कहा कि पार्टी आजम खां के विचारों पर चलते हुए 2027 के विधानसभा चुनाव में मजबूत वापसी करेगी। उन्होंने कहा कि सपा कभी हार नहीं मानती।
सपा कार्यकर्ता दारा यादव ने भी इस फैसले पर नाराजगी जताते हुए कहा कि दो पैन कार्ड रखने के मामले में दोषी अफसरों पर भी कठोर कार्रवाई होनी चाहिए। इस बीच, सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी अदालत के फैसले को राजनीतिक करार दिया। उन्होंने इसे लोकतंत्र के लिए नुकसानदेह बताते हुए कार्यकर्ताओं से संयम बनाए रखने और कानून के दायरे में रहकर शांतिपूर्ण आंदोलन करने की अपील की।