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बलिया में आयुष यादव हत्याकांड के पांच वांछित आरोपियों को पुलिस ने मुठभेड़ में गिरफ्तार किया। चार आरोपियों के पैर में गोली लगी है। उनके पास से वाहन और अवैध असलहा बरामद हुआ है। पहले ही इस मामले में छह आरोपी जेल भेजे जा चुके हैं।
आयुष यादव हत्याकांड में पुलिस को बड़ी सफलता
Ballia: यूपी के बलिया जनपद में आयुष यादव हत्याकांड को लेकर पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। उभांव थाना पुलिस ने रविवार तड़के मुठभेड़ के दौरान इस हत्याकांड में वांछित पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। यह मुठभेड़ सुबह करीब 2:45 बजे चैनपुर के पास बंधे पर हुई, जहां पुलिस ने आत्मरक्षार्थ कार्रवाई करते हुए बदमाशों को दबोच लिया।
पुलिस के अनुसार, मुठभेड़ के दौरान पांच में से चार आरोपियों के पैर में गोली लगी है। इनमें तीन आरोपियों के दाहिने पैर और एक आरोपी के बाएं पैर में गोली लगी है। सभी घायल आरोपियों को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका उपचार चल रहा है। एक आरोपी मुठभेड़ में बाल-बाल बच गया।
पुलिस पूछताछ में गिरफ्तार आरोपियों ने अपना नाम नितिश यादव उर्फ अभयरंजन, आशीष यादव उर्फ सतीश यादव, दिलीप यादव उर्फ राका, राहुल वर्मा और आनंद कुमार वर्मा बताया। ये सभी अलग-अलग थाना क्षेत्रों के रहने वाले हैं।
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आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने दो चार पहिया वाहन, एक दो पहिया वाहन, दो पिस्टल, एक तमंचा और 10 जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। पुलिस का कहना है कि बरामद बाइक का इस्तेमाल हत्या की वारदात में किया गया था।
पुलिस के मुताबिक, 13 दिसंबर 2025 की शाम करीब 6:30 बजे राहुल यादव उर्फ आयुष यादव, जो अपने घर के पास टहल रहे थे, उन्हें गोली मार दी गई थी। गंभीर रूप से घायल आयुष को इलाज के लिए वाराणसी ले जाया गया, जहां उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई थी। इस घटना के बाद पूरे इलाके में तनाव फैल गया था।
बलिया पुलिस
इस हत्याकांड में पुलिस पहले ही महिला आरोपी समेत छह लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। इन पर हत्या की साजिश रचने और अपराध में सहयोग करने का आरोप है। पुलिस ने मृतक के मौसेरे भाई की तहरीर पर मामला दर्ज कर जांच शुरू की थी।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में सर्वजीत उर्फ गोलू सिंह, मुहम्मद फैज, अयान, अभिषेक यादव, विनोद यादव उर्फ राका और प्रतिभा वर्मा शामिल हैं, जिन्हें 18 दिसंबर को जेल भेजा गया था।
इस मामले में एक अन्य आरोपी रॉबिन सिंह ने अपनी बहन के साथ मऊ जनपद के कोतवाली में आत्मसमर्पण किया है। रॉबिन सिंह का कहना है कि उसे साजिश के तहत फंसाया गया है और उसका इस हत्याकांड से कोई लेना-देना नहीं है। उसने पुलिस से निष्पक्ष जांच की मांग की है।
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अपर पुलिस अधीक्षक उत्तरी दिनेश कुमार शुक्ल ने बताया कि आयुष यादव हत्याकांड के वांछित पांच आरोपियों को मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि सभी घायल आरोपियों का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है और उनकी हालत स्थिर है।
उन्होंने यह भी बताया कि आरोपियों के पास से हत्या में प्रयुक्त वाहन और अवैध हथियार बरामद किए गए हैं। पुलिस अब इस पूरे नेटवर्क की गहन जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि इस हत्याकांड में और कौन-कौन लोग शामिल थे।