

अलीगढ़ के धर्मवीर सिंह लोधी ने आरोप लगाया है कि जैन्स डायग्नोस्टिक सेंटर ने उनकी खून की जाँच की गलत रिपोर्ट जारी की, जिससे उनकी जान को खतरा हो सकता था। पहले रिपोर्ट में संतुष्ट न होने पर उन्होंने दूसरी रिपोर्ट जैन्स से कराई, जिसमें बड़ा अंतर पाया गया। धर्मवीर ने सीएमओ से कार्रवाई की मांग की है। CMO ने मामले की जांच के लिए टीम गठित की है।
जैन्स डायग्नोस्टिक सेंटर के खिलाफ शिकायत
Aligarh: उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले से एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आ रही है, जहां क्वार्सी थाना क्षेत्र के गांव बरहेती निवासी धर्मवीर सिंह लोधी ने रामघाट रोड स्थित जैन्स डायग्नोस्टिक सेंटर पर गंभीर आरोप लगाया है। उनका कहना है कि सेंटर ने उनकी खून की जांच में गलत रिपोर्ट जारी की, जिसके कारण उनके स्वास्थ्य और जान के साथ खिलवाड़ हुआ।
बता दें कि इस घटना से स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता पर सवाल उठने लगे हैं। धर्मवीर सिंह ने बताया कि 2 अगस्त 2025 को उन्होंने डॉ लाल पैथ लैब में अपनी खून की जांच कराई थी। जब वह रिपोर्ट से संतुष्ट नहीं हो पाए, तो 3 अगस्त को उन्होंने जैन्स डायग्नोस्टिक सेंटर में फिर से अपनी जांच कराई।
गलत रिपोर्ट देने पर लैब के खिलाफ कार्रवाई की मांग
पीड़ित ने अधिकारियों से किया संपर्क
रिपोर्ट आने के बाद उन्होंने पाया कि जैन्स डायग्नोस्टिक सेंटर की रिपोर्ट और डॉ लाल पैथ लैब की रिपोर्ट में अंतर था। रिपोर्ट में इतना बड़ा अंतर देखकर धर्मवीर सिंह को संदेह हुआ और उन्होंने इस मामले में अधिकारियों से संपर्क किया। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) अलीगढ़ से इस मामले पर चर्चा की, जिन्होंने उन्हें जिला अस्पताल में जाकर परीक्षण कराने की सलाह दी।
जैन्स डायग्नोस्टिक सेंटर की रिपोर्ट हुई गलत साबित
जब जिला अस्पताल में जांच कराई गई, तो रिपोर्ट और डॉ लाल पैथ लैब की रिपोर्ट पूरी तरह से मेल खा गई। लेकिन जैन्स डायग्नोस्टिक सेंटर की रिपोर्ट में काफी अंतर था। धर्मवीर सिंह का कहना है कि यदि लैब में इस तरह की गलत रिपोर्ट जारी की जा रही हैं, तो सैकड़ों मरीजों की जान खतरे में पड़ सकती है।
पीड़ित ने किया CMO कार्यालय में विरोध प्रदर्शन
उन्होंने आज CMO कार्यालय पहुंचकर विरोध प्रदर्शन किया और लैब के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की। धर्मवीर सिंह ने तीनों लैब की रिपोर्टें अधिकारियों को सौंप दी हैं ताकि मामले की पूरी जांच की जा सके।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने दिया कार्रवाई का आश्वासन
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है और टीम का गठन भी किया है। उन्होंने यह भी कहा कि लैबों की गुणवत्ता और सही रिपोर्टिंग पर निगरानी रखी जाएगी ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएँ न हो।
इस घटना ने अलीगढ़ जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। लोग अब अपनी स्वास्थ्य जांचों में और अधिक सतर्कता बरतने लगे हैं और यह उम्मीद जताई जा रही है कि इस मामले के बाद सरकारी और निजी लैब्स की जांच प्रक्रिया में सुधार होगा।