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गोरखपुर में अंबुज त्रिपाठी की गुमशुदगी का मामला हत्या में बदल गया। पुलिस ने उसके दोस्त आयुष सिंह को गिरफ्तार कर हत्या का सनसनीखेज खुलासा किया। निजी विवाद में की गई हत्या के बाद शव को महराजगंज में फेंक दिया गया था। पुलिस ने शव बरामद कर दो आरोपियों को पकड़ लिया है।
मृतक अंबुज त्रिपाठी और आरोपी आयुष का फाइल फोटो
गोरखपुर में 20 वर्षीय अंबुज त्रिपाठी की दिल दहला देने वाली हत्या का खुलासा पुलिस ने कर दिया है। मामला केवल गुमशुदगी का नहीं था, बल्कि इसमें दोस्ती के नाम पर किया गया एक हैरान करने वाला क्राइम सामने आया। पुलिस ने अंबुज के जिगरी दोस्त आयुष सिंह को मुख्य आरोपी के रूप में गिरफ्तार किया है। आयुष ने पूछताछ में जो स्वीकार किया, उसने पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया।
क्या है पूरा मामला?
घटना 26 नवंबर की है। तिवारीपुर थाना क्षेत्र के सूर्यविहार कॉलोनी निवासी संतोष मणि त्रिपाठी का बेटा अंबुज दोपहर घर पर था। तभी एक अर्टिगा कार आई जिसमें उसका दोस्त आयुष बैठा था। पूछने पर अंबुज ने पिता से कहा कि वह एक हल्दी कार्यक्रम में जा रहा है। इसके बाद वह वापस नहीं लौटा। 27 नवंबर को भी कोई सुराग न मिलने पर परिजनों ने तिवारीपुर थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।
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दोस्त टूट गया और बताई सच्चाई
पुलिस ने मोबाइल सर्विलांस, कॉल डिटेल और 50 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाले। जांच आयुष तक पहुंची। शुरू में आयुष ने बताया कि हल्दी कार्यक्रम में उसका अंबुज से झगड़ा हो गया और वह वहां से चला गया, परन्तु पुलिस को उसके बयान पर शक हुआ। कड़ाई से पूछताछ में आयुष टूट गया और उसने हत्या की बात कबूल कर ली।
क्यों और कैसे हुई हत्या?
आयुष ने बताया कि 26 नवंबर की शाम वह, अंबुज और उसके दो दोस्त स्पोर्ट्स कॉलेज के पास शराब पी रहे थे। इसी दौरान आयुष ने अंबुज से शिकायत की कि उसने जो पिस्टल 40 हजार रुपये में दी थी, वह खराब थी। पैसे वापस मांगने पर दोनों में विवाद बढ़ गया। आरोप है कि आयुष और उसके साथियों ने बेसबॉल बैट और डंडे से अंबुज को बेरहमी से पीटा, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। आयुष ने स्वीकार किया कि उसने गला दबाकर अंबुज की हत्या कर दी।
कुल्हाड़ी भी बरामद की गई
इसके बाद शव को छिपाने के लिए उन्होंने कार में डाल दिया। पहचान मिटाने के लिए कपड़े उतारे और व्यक्तिगत पहचान चिह्न हटाए। फिर रात में महराजगंज जिले के श्यामदेउरवां क्षेत्र में नहर किनारे शव को अलग-अलग स्थानों पर फेंक दिया। पुलिस ने आयुष की निशानदेही पर सिर और धड़ दोनों बरामद कर लिए हैं। साथ ही हत्या में प्रयुक्त कुल्हाड़ी भी बरामद की गई है।
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पुलिस ने करवाया पोस्टमार्टम
मंगलवार को पुलिस परिजनों को लेकर महराजगंज पहुंची, जहां शव की पहचान और पोस्टमार्टम कराया गया। देर शाम एंबुलेंस से शव जब घर लाया गया तो पूरे इलाके में कोहराम मच गया। मां रेखा और बहन राधा बेसुध हो गई। पिता संतोष ने एंबुलेंस में ही बेटे का पिंडदान किया और भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच राजघाट पर अंतिम संस्कार किया गया।
घर पर टूटा दुखों का पहाड़
अंबुज घर का इकलौता बेटा था। वह इंटरमीडिएट की परीक्षा में पिछली बार असफल हुआ था। उसके पिता बीमा एजेंट हैं और मां गृहणी। परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।
पुलिस का बयान
एसपी सिटी अभिनव त्यागी ने बताया कि आयुष और उसके एक साथी को गिरफ्तार कर लिया गया है। तीसरे आरोपी की तलाश जारी है। मामला गुमशुदगी से बदलकर हत्या, अपहरण, सबूत नष्ट करने और आपराधिक साजिश की धाराओं में दर्ज किया गया है।