गोरखपुर में विवाद से मची अफरा-तफरी, भारी पुलिस फोर्स तैनात; जानें पूरा मामला

गोला थाना क्षेत्र के ग्राम बरहजपार माफी गांव में रविवार की देर शाम शिकायत की जांच के दौरान अचानक स्थिति तनावपूर्ण हो गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार गांव के निवासी मुसाफिर निषाद द्वारा हरिवंश निषाद के खिलाफ दिए गए प्रार्थना पत्र पर जांच करने के लिए गोला थाना से दो पुलिसकर्मी गांव पहुंचे थे।

Gorakhpur: गोला थाना क्षेत्र के ग्राम बरहजपार माफी गांव में रविवार की देर शाम शिकायत की जांच के दौरान अचानक स्थिति तनावपूर्ण हो गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार गांव के निवासी मुसाफिर निषाद द्वारा हरिवंश निषाद के खिलाफ दिए गए प्रार्थना पत्र पर जांच करने के लिए गोला थाना से दो पुलिसकर्मी गांव पहुंचे थे। बताया जा रहा है कि पुलिसकर्मी बादी (शिकायतकर्ता) को साथ लेकर प्रतिवादी हरिवंश निषाद के घर में प्रवेश कर गए, जहां उस समय घर पर महिलाएं एवं छोटे-छोटे बच्चे मौजूद थे।

यह है पूरा मामला 

स्थानीय लोगों के मुताबिक घर में प्रवेश के बाद अंदर से शटर बंद हो गया, जिसके कारण बाहर मौजूद ग्रामीणों में आशंका और बेचैनी बढ़ गई। लोगों ने तत्काल 112 नंबर पर सूचना दी, जिसके बाद गोला थाने से अतिरिक्त पुलिस बल मौके पर पहुंचा। घटना स्थल पर पहुंचकर प्रभारी निरीक्षक,गोला राहुल शुक्ला ने स्थिति का नियंत्रण संभाला और अंदर बंद दोनों पुलिसकर्मियों एवं बादी को सुरक्षित बाहर निकाला।

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इस घटना के बाद पुलिस ने प्रतिवादी पक्ष से हरिवंश निषाद की पत्नी, पतोहू और उनके पुत्र योगेंद्र को हिरासत में लेकर थाने ले जाया गया। गांव में इस घटना को लेकर पूरे क्षेत्र में चर्चाओं का दौर तेज हो गया है। ग्रामीणों का कहना है कि जांच के दौरान पुलिस द्वारा शिकायतकर्ता को साथ लेकर घर में प्रवेश करने की आवश्यकता क्यों पड़ी, यह प्रश्न अब स्पष्टिकरण की मांग कर रहा है।

घटना के बाद से क्षेत्र में पुलिस की कार्यशैली को लेकर मिश्रित प्रतिक्रियाएँ सामने आ रही हैं। कुछ लोगों का मानना है कि पुलिस द्वारा प्रक्रिया में सावधानी और मानक प्रोटोकॉल का पालन आवश्यक था, वहीं अन्य वर्ग का कहना है कि स्थिति को देखते हुए पुलिस ने तत्कालिक कार्रवाई कर स्थिति को नियंत्रित किया।

फिलहाल घटना से जुड़ी सभी परिस्थितियों की जांच जारी है और पुलिस विभाग द्वारा आवश्यक कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया आगे बढ़ाई जा रही है।

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घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि जांच कार्यवाही के दौरान पुलिस और स्थानीय लोगों के बीच बेहतर समन्वय, गोपनीयता, सुरक्षा और कानूनी प्रक्रिया का पालन कैसे सुनिश्चित किया जाए, ताकि भविष्य में ऐसी परिस्थितियां उत्पन्न न हों। उक्त मामले को लेकर प्रभारी निरीक्षक राहुल शुक्ला ने बताया पुलिस शिकायती जांच के लिए गए थे ,परिजन बाहर से चैनल बंद कर दी सूचना मिलते मौके जाकर सिपाही छुड़ाया और ऐसे कृत करने वाले परिवार पर बिधिक कार्यवाई की जा रही।

 

Location : 
  • Gorakhpur

Published : 
  • 16 November 2025, 9:21 PM IST