महराजगंज: लीबिया से लौटा शव, इलाके में पसरा मातम, जानें क्या है पूरी घटना

जनपद के श्यामदेउरवा क्षेत्र के दरोगा चौधरी की लीबिया में काम करते समय मौत हो गई। रोज़ी-रोटी के लिए विदेश गए मजदूर का शव गांव पहुंचते ही परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। जानिए पूरी खबर

महराजगंज:  उत्तर प्रदेश के महराजगंज रोज़गार की तलाश में विदेश गए एक प्रवासी मजदूर की मौत की खबर से पूरा गांव गमगीन हो गया। श्यामदेउरवा थाना क्षेत्र के बड़हरा बरईपार टोला बेलहिया निवासी 50 वर्षीय दरोगा चौधरी की लीबिया में मौत हो गई। वह लगभग 11 महीने पहले रोज़ी-रोटी कमाने के लिए लीबिया गए थे और वहां राजगीर मिस्त्री का काम करते थे।

डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के जानकारी के मुताबिक 19 अगस्त को काम करते समय अचानक वह जमीन पर गिर पड़े। साथियों ने उन्हें अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। रविवार की सुबह उनका शव जब गांव पहुंचा, तो परिवार में कोहराम मच गया। पत्नी कालिंदी देवी शव देखते ही दहाड़ मारकर रो पड़ीं। उनके रोने-बिलखने से पूरा गांव गमगीन हो गया।

हादसे ने पूरे परिवार को गहरे संकट में डाला

जानकारी के मुताबिक,  दरोगा चौधरी परिवार के एकमात्र सहारा थे। उनके पिता का निधन करीब 25 वर्ष पहले हो चुका है। उनकी 72 वर्षीय मां कौशिल्या देवी बीमार रहती हैं। पत्नी कालिंदी देवी के अलावा उनके दो बेटे दुर्गेश व हितेश और एक बेटी नीतू है। अचानक हुए इस हादसे ने पूरे परिवार को गहरे संकट में डाल दिया है। कालिंदी देवी ने रोते हुए कहा कि 11 महीने पहले जब पति को विदा किया था, तब उन्होंने सोचा भी नहीं था कि यह अंतिम विदाई होगी। गांव के लोग भी इस दुखद घटना से आहत हैं और परिवार को ढांढस बंधाने में जुटे हैं।

प्रवासी मजदूरों की कठिनाइयों और परिवार

वहीं इस घटना पर  ग्रामीणों का कहना है कि दरोगा चौधरी मेहनती और मिलनसार इंसान थे। उन्होंने विदेश जाकर परिवार के बेहतर भविष्य का सपना देखा था, लेकिन असमय मौत ने उस सपने को अधूरा छोड़ दिया। इस घटना ने प्रवासी मजदूरों की कठिनाइयों और परिवार पर आने वाले संकट को फिर उजागर कर दिया है।

महराजगंज: चिऊरहां में दलित मासूम हत्याकांड में पीड़ितों से मिले पूर्व मंत्री सुशील टिबड़ेवाल; नगर पालिका में नौकरी देने का ऐलान

 

Location : 
  • Maharajganj

Published : 
  • 31 August 2025, 4:30 PM IST