The MTA Speaks: कौन है ‘ज्योति जासूस’ जो दे रही थी भारत को धोखा, जानिए YouTuber की पूरी कुंडली

यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा के खिलाफ पुलिस ने शिकंजा कस लिया है, यूट्यूबर के बारे में और भी कई बड़े खुलासे हुए हैं। इसका पूरा विश्लेषण देखें देश के जाने-माने पत्रकार मनोज टिबड़ेवाल आकाश के स्पेशल शो “The MTA Speaks” पर

Post Published By: सौम्या सिंह
Updated : 20 May 2025, 6:57 PM IST
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नई दिल्ली: यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को पुलिस ने पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। 33 साल की ज्योति कई बार पाकिस्तान जा चुकी हैं। उनके पिता का नाम हरीश मल्होत्रा है और वे फर्नीचर का काम करते हैं। ज्योति का घर हरियाणा के हिसार जिले में घोड़ा फार्म रोड पर न्यू अग्रसेन कॉलोनी में है।

देश के जाने-माने पत्रकार मनोज टिबड़ेवाल आकाश ने अपने स्पेशल शो "The MTA Speaks" में इसका विश्लेषण करते हुए बताया कि पिता हरीश का बीस साल पहले पत्नी सुनीता से तलाक हो गया था। उसके बाद से उन्होंने ही ज्योति की परवरिश की। ज्योति उनकी इकलौती बेटी है। घर पर कुल तीन लोग—पिता हरीश, ताऊ कुशाल चंद और ज्योति—रहते हैं। बताया जाता है कि ज्योति ज़्यादातर घर से बाहर रहती थी। वह कोरोना लॉकडाउन से पहले गुरुग्राम में नौकरी करती थी और फिर उसने अपना यूट्यूब चैनल ‘Travel with Jo’ शुरू किया। इस चैनल पर वह ट्रैवल से जुड़ी वीडियो बनाकर लोगों को जानकारी देने लगी। यूट्यूब पर इसके 3.2 लाख सब्सक्राइबर्स और 13.4 लाख इंस्टाग्राम फॉलोअर्स हैं।

पाकिस्तान के जाल में कैसे फंसी

हुआ यूं कि अपने यूट्यूब चैनल के लिए वीडियो बनाने के मकसद से उसने प्लान बनाया कि वह पाकिस्तान के ट्रैवल स्पॉट्स को कवर करेगी। इसके लिए उसे पाकिस्तान जाने की योजना बनानी पड़ी और सबसे पहले पाकिस्तानी वीज़ा की आवश्यकता हुई। वीज़ा प्राप्त करने के लिए वह वर्ष 2023 में नई दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग पहुंची। यहां उसकी मुलाकात हुई वहां कार्यरत एक अधिकारी अहसान-उर-रहीम उर्फ़ ‘दानिश’ से। यहीं से दानिश के बिछाए जाल में ज्योति फंसती चली गई।

दानिश ने पहले उसे अपने प्रेमजाल में फंसाया, फिर वह उसके कहे अनुसार जासूसी करने लगी। जब भी ज्योति पाकिस्तान जाती, उसके रुकने, खाने आदि की व्यवस्था दानिश ही करता था। 2023 में उसने दो बार पाकिस्तान की यात्रा की, जहां उसकी मुलाकात अली एहवान से भी हुई। कहा जा रहा है कि अली ने ही उसे पाकिस्तानी सुरक्षा एवं खुफिया अधिकारियों—शाकिर और राणा शाहबाज़—से मिलवाया।

भारत लौटने के बाद ज्योति व्हाट्सएप, स्नैपचैट और टेलीग्राम जैसे एन्क्रिप्टेड प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से पाकिस्तानी संपर्कों से जुड़ी रही। किसी को शक न हो, इसलिए उसने शाकिर का नंबर "जट रंधावा" के नाम से सेव किया हुआ था।

जासूसी के आरोप में FIR

पुलिस ने दो दिन पहले, बृहस्पतिवार की आधी रात को दो बजे उसे उसके हिसार स्थित घर से उठाया और फिर गिरफ्तार कर स्थानीय अदालत में पेश किया, जहां से उसे पांच दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया। अब पुलिस और खुफिया एजेंसियां उससे सख्ती से पूछताछ कर रही हैं। पिछले साल अप्रैल और मई में, दो महीनों के भीतर ही उसने पाकिस्तान और फिर चीन की यात्रा की थी।

गिरफ्तारी के बाद पुलिस अधिकारियों ने बताया कि ज्योति ने पाकिस्तान से संवेदनशील जानकारी साझा करने की बात कबूल की है। अब एक-एक कर उसके पाकिस्तानी संपर्कों की जांच की जा रही है। उस पर आरोप है कि उसने भारतीय सेना और सुरक्षा से जुड़ी गोपनीय जानकारियां पाकिस्तानी एजेंटों को दीं। इतना ही नहीं, उसने सोशल मीडिया पर पाकिस्तान का पक्ष लेने वाला प्रचार भी किया।

ज्योति को FIR में Official Secrets Act (1923) की धाराएं 3 और 5 तथा नए भारतीय दंड संहिता (BNS) की धारा 152 के तहत नामजद आरोपी बनाया गया है। ये गंभीर राष्ट्रीय सुरक्षा अपराध की धाराएं हैं, जिनमें दोषी पाए जाने पर कई वर्षों की सजा या आजीवन कारावास तक हो सकता है।

पुलिस के अनुसार, ज्योति अकेली आरोपी नहीं है। यह एक पूरा जासूसी गिरोह है, जिसमें पंजाब और हरियाणा के कई अन्य लोग भी शामिल हैं। खुलासा तब हुआ जब पुलिस ने मलेरकोटला (पंजाब) की गुज़ाला व यामीन मोहम्मद, नूह (हरियाणा) के अरमान, पानीपत से नोमान इलाही और कैथल से देवेंद्र सिंह ढिल्लों को भी इसी आरोप में गिरफ्तार किया। इन सभी पर भी Official Secrets Act के तहत मुकदमे दर्ज हैं।

अब बात परिवार की

उनके पिता हरीश मल्होत्रा ने सभी आरोपों को सिरे से नकारते हुए कहा, “क्या पाकिस्तान की यात्रा करने का मतलब जासूसी हो गया?” उन्होंने बताया कि पुलिस वाले ज्योति का लैपटॉप, मोबाइल और अन्य कई दस्तावेज़ साथ ले गए थे। शनिवार को अदालत में बेटी से मिलने के दौरान उसने कहा, “मैंने कोई जासूसी नहीं की, मैं बेकसूर हूं।”

हरीश मल्होत्रा का कहना है कि बेटी पाकिस्तान में सिर्फ घूमने गई थी। हर कोई घूमने जाता है, इसका मतलब यह नहीं कि वह जासूसी कर रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि पुलिस वालों ने उनकी बेटी की एक सोने की चैन लौटा दी है, बाकी सामान पुलिस के पास है। वह बेटी को बचाने के लिए कानूनी लड़ाई लड़ेंगे।

उन्होंने दावा किया कि ज्योति को वीज़ा देने से पहले पुलिस घर आकर पूछताछ कर चुकी थी और सब कुछ सही पाए जाने के बाद ही उसे पाकिस्तान जाने की अनुमति मिली थी। दो गवाह भी बनाए गए थे और सारी प्रक्रिया कानूनी तरीके से हुई थी। उनका कहना है कि ज्योति के खाते में कोई बड़ा पैसा नहीं है। आम आदमी की तरह उसके खाते में हर महीने 15-20 हजार रुपये आते थे, जो वह वीडियो बनाकर कमाती थी।
यह भी कहा जा रहा है कि दानिश से नजदीकियों के कारण ज्योति ने पाक उच्चायोग में आयोजित इफ्तार पार्टी में भी भाग लिया था और अपने यूट्यूब चैनल पर उसका वीडियो भी डाला था, जिसमें वह दानिश के साथ नज़र आ रही है। दोनों की एक तस्वीर भी सामने आई है, जिससे उनकी निकटता साफ झलकती है।

प्राथमिकी के अनुसार, साल 2023 में ज्योति दानिश के संपर्क में तब आई जब वह वीजा के लिए पाकिस्तान उच्चायोग गई थी। उसने दिल्ली में दानिश से कई बार मुलाकात की और वहीं से वह पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों के संपर्क में आई।

भारत सरकार ने दानिश को किया देश से निष्कासित

सबसे अहम बात यह है कि भारत सरकार ने दानिश को 13 मई को देश से निष्कासित कर दिया।

ज्योति ने पाकिस्तान यात्रा के दौरान अपने चैनल पर पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की बेटी और पंजाब की मुख्यमंत्री मरियम नवाज का एक इंटरव्यू भी अपलोड किया था, जो करतारपुर साहिब कॉरिडोर में लिया गया था। यह वीडियो सात लाख से अधिक बार देखा गया। उसमें वह पाकिस्तान की तारीफ करती दिखती है और बताती है कि वह दूसरी बार पाकिस्तान आई है। ज्योति के चैनल पर कुल 487 वीडियो हैं, जिनमें पाकिस्तान यात्रा से जुड़े कई टाइटल हैं जैसे:
‘Indian Girl in Pakistan’, ‘Indian Girl Exploring Lahore’, ‘Indian Girl at Katas Raj Temple’, और ‘Indian Girl Rides Luxury Bus in Pakistan’

पुलिस की जांच में यह भी सामने आया है कि इसी साल जनवरी में ज्योति पहलगाम गई थीं। अब जांच एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि कहीं वह यात्रा भी किसी मिशन का हिस्सा तो नहीं थी। कुछ वीडियो और तस्वीरें उसने वहां से भी सोशल मीडिया पर शेयर की थीं।

यह भी कहा जा रहा है कि इस नेटवर्क में अन्य यूट्यूबर्स और ब्लॉगर्स भी शामिल हो सकते हैं। नवांकुर चौधरी नाम का एक यूट्यूबर ज्योति के साथ पार्टियों में देखा गया है और वह भी शक के घेरे में है।

तीन बार पाकिस्तान का वीजा मिलना कोई आसान बात नहीं है। कहा जा रहा है कि ज्योति चौथी बार भी पाकिस्तान जाने की तैयारी में थी, लेकिन इससे पहले ही उसका भंडाफोड़ हो गया। बार-बार पाकिस्तान जाना यह सवाल खड़ा करता है कि क्या वह विशेष जानकारी देने जाती थी?

पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI से जुड़े इस नेटवर्क पर भारत की सुरक्षा एजेंसियों ने बड़ा एक्शन लिया है और अब तक 6 आरोपियों को पकड़ा जा चुका है, जिसमें सबसे अहम नाम ज्योति मल्होत्रा का है।

पुलिस को उसके मोबाइल और लैपटॉप से कई संदिग्ध चीजें मिली हैं। जांच में पता चला है कि वह लगातार एक पाकिस्तानी नागरिक के संपर्क में थी। प्राप्त जानकारी के अनुसार, पिछले दो वर्षों में वह तीन बार पाकिस्तान, एक बार चीन, और यूएई, बांग्लादेश, भूटान और थाईलैंड की यात्रा कर चुकी है। रोहतक से जुड़े एक और यूट्यूबर को भी शक के घेरे में लिया गया है, जो खुद भी ज्योति के साथ पाक उच्चायोग की पार्टी में शामिल हुआ था। जांच एजेंसियां अब सभी आरोपियों को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ करेंगी, जिससे और बड़े खुलासे हो सकते हैं।

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