

YouTube ने अपने नए ‘Hype’ फीचर को अब भारत में भी रोलआउट कर दिया है। यह फीचर खासतौर पर छोटे क्रिएटर्स को अधिक एक्सपोजर और प्रमोशन का मौका देगा। इससे कम सब्सक्राइबर वाले यूट्यूबर्स को सीधे YouTube होमपेज तक पहुंचने का मौका मिलेगा।
यूट्यूब का 'हाइप' (सोर्स-गूगल)
New Delhi: YouTube ने अपने प्लेटफ़ॉर्म पर छोटे क्रिएटर्स को बढ़ावा देने के लिए भारत में एक नया 'Hype' फ़ीचर लॉन्च किया है। 15 जुलाई को Google India ने अपने ब्लॉग पोस्ट के ज़रिए इसकी आधिकारिक घोषणा की। यह फ़ीचर ख़ास तौर पर उन YouTube क्रिएटर्स के लिए डिज़ाइन किया गया है जिनके 5 लाख से कम सब्सक्राइबर हैं।
Hype फ़ीचर क्या है?
Hype फ़ीचर की मदद से यूज़र्स अपने पसंदीदा नए वीडियो को अतिरिक्त सपोर्ट दे सकते हैं। वीडियो के लाइक बटन के नीचे Hype का विकल्प दिखाई देगा। कोई भी यूज़र किसी वीडियो को उसके प्रकाशन के शुरुआती 7 दिनों के भीतर ही Hype कर सकता है। हर यूज़र को हफ़्ते में सिर्फ़ 3 बार Hype करने का मौका मिलेगा, वो भी बिल्कुल मुफ़्त।
क्रिएटर्स को क्या फ़ायदा होगा?
YouTube के मुताबिक, नए क्रिएटर्स के लिए अपने वीडियो को दर्शकों तक पहुँचाना एक बड़ी चुनौती है। Hype फ़ीचर के ज़रिए अगर किसी वीडियो को ज़्यादा Hype मिलता है, तो वह वीडियो YouTube के लीडरबोर्ड में आने लगता है। यह लीडरबोर्ड YouTube के 'एक्सप्लोर' सेक्शन में दिखाया जाता है, जिसमें देश के टॉप 100 Hype वीडियो शामिल होते हैं।
यूट्यूब (सोर्स-गूगल)
लीडरबोर्ड में शीर्ष पर रहने वाले वीडियो को YouTube के होमपेज पर प्रदर्शित होने का अवसर भी मिलता है। इससे न केवल छोटे क्रिएटर्स को ज़्यादा दर्शक मिलते हैं, बल्कि उनकी पहचान और पहुँच भी तेज़ी से बढ़ती है।
छोटे क्रिएटर्स को बोनस पॉइंट
YouTube ने यह भी स्पष्ट किया है कि जिन क्रिएटर्स के सब्सक्राइबर कम हैं, उन्हें Hype के बदले ज़्यादा बोनस पॉइंट दिए जाएँगे। इसका उद्देश्य नए और उभरते हुए कंटेंट क्रिएटर्स को एक मंच प्रदान करना है ताकि वे भी अपने रचनात्मक विचारों को बड़े पैमाने पर प्रस्तुत कर सकें।
वैश्विक परीक्षण और अन्य सुविधाएँ
Hype फ़ीचर का सबसे पहले 2024 में तुर्की, ताइवान और ब्राज़ील में परीक्षण किया गया था। वहाँ केवल चार हफ़्तों में 50 लाख से ज़्यादा Hype बनाए गए। इस फ़ीचर के साथ, YouTube ने AI-आधारित टूल, ऑटो डबिंग और डिजिटल उपहार जैसे कई अन्य नवाचार भी लॉन्च किए हैं।
अस्वीकरण: यह समाचार रिपोर्ट Google India द्वारा प्रकाशित आधिकारिक ब्लॉग पोस्ट और सार्वजनिक स्रोतों पर आधारित है। इसमें दी गई जानकारी पाठकों को नए तकनीकी अपडेट से अवगत कराने के लिए है। पाठकों को सलाह दी जाती है कि कोई भी निर्णय लेने से पहले स्वयं पुष्टि कर लें।