Starlink: भारत में स्टारलिंक को मिला सैटेलाइट इंटरनेट सेवा का लाइसेंस, जानिए कब हो सकती है लॉन्चिंग

भारत में एलन मस्क की कंपनी Starlink को सैटेलाइट कम्युनिकेशन (SatComm) सेवाएं प्रदान करने के लिए आधिकारिक लाइसेंस मिल गया है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की ये रिपोर्ट

Post Published By: Sapna Srivastava
Updated : 6 June 2025, 6:34 PM IST
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नई दिल्ली: भारत में एलन मस्क की कंपनी Starlink को सैटेलाइट कम्युनिकेशन (SatComm) सेवाएं प्रदान करने के लिए आधिकारिक लाइसेंस मिल गया है। हालांकि सरकार और स्टारलिंक की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। यह लाइसेंस भारत में ग्रामीण और दुर्गम क्षेत्रों तक हाई-स्पीड इंटरनेट पहुंचाने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।

Starlink की भारत में योजना और संभावित कीमतें

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, एलन मस्क की कंपनी Starlink अब भारत में अपनी सैटेलाइट इंटरनेट सेवाएं शुरू करने की तैयारी में है। भारत में इस सेवा की कीमत लगभग 850 रुपये प्रति माह से कम रहने की संभावना है। खास बात यह है कि लॉन्चिंग के दौरान यूजर्स को अनलिमिटेड डाटा का ऑफर भी मिल सकता है। भारत में Starlink का उद्देश्य करीब 1 करोड़ से ज्यादा यूजर्स को जोड़ना है, जिससे इंटरनेट की पहुंच और बेहतर होगी।

Starlink की यह योजना विशेष रूप से उन इलाकों के लिए फायदेमंद होगी जहां इंटरनेट कनेक्टिविटी बहुत कमजोर या बिल्कुल नहीं है। इससे देश के दूर-दराज के क्षेत्रों में रहने वाले लोग भी तेज और भरोसेमंद इंटरनेट सेवा का लाभ उठा सकेंगे।

लॉन्चिंग कब होगी?

Starlink ने भारत में अभी तक लॉन्चिंग की कोई आधिकारिक तारीख नहीं दी है, लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जुलाई के पहले सप्ताह में यह सेवा शुरू हो सकती है। कंपनी ने जियो और एयरटेल के साथ साझेदारी की है, जिसके तहत इन टेलीकॉम कंपनियों के स्टोरों पर Starlink के एंटीना और सेटअप डिवाइस उपलब्ध होंगे। इस साझेदारी से Starlink को भारत के बड़े बाजार में तेजी से पैठ बनाने में मदद मिलेगी और ग्राहकों को स्थानीय स्तर पर बेहतर सपोर्ट मिलेगा।

Starlink क्या है?

Starlink एलन मस्क की SpaceX कंपनी द्वारा विकसित एक सैटेलाइट इंटरनेट सेवा है। यह लो अर्थ ऑर्बिट (LEO) सैटेलाइट नेटवर्क पर आधारित है, जो पृथ्वी की सतह से लगभग 550 किलोमीटर की ऊंचाई पर कार्यरत हैं। इस तकनीक की खासियत यह है कि यह पारंपरिक इंटरनेट की तुलना में कम लेटेंसी (डाटा ट्रांसमिशन में विलंब) और अधिक स्थिरता प्रदान करती है।

Starlink का उद्देश्य खासकर उन क्षेत्रों में इंटरनेट पहुंचाना है जहां पारंपरिक केबल या फाइबर कनेक्शन उपलब्ध नहीं हैं। इससे किसानों, छात्रों, व्यवसायों और अन्य ग्रामीण इलाकों के लोगों को तेज इंटरनेट का लाभ मिलेगा।

बांग्लादेश में Starlink की कीमतें और भारतीय यूजर्स की प्रतिक्रिया

हाल ही में बांग्लादेश में Starlink की सेवा लॉन्च हुई है, जहां इसकी कीमत काफी अधिक रखी गई है, जिससे भारतीय यूजर्स चिंतित थे कि भारत में भी इसकी कीमत अधिक हो सकती है। लेकिन अब सामने आ रही रिपोर्ट्स से यह उम्मीद बढ़ी है कि भारत में Starlink की कीमतें किफायती होंगी और बड़े पैमाने पर लोगों को लाभ मिलेगा।

भारत में इंटरनेट क्षेत्र में Starlink की भूमिका

भारत सरकार की ‘डिजिटल इंडिया’ और ‘मेक इन इंडिया’ पहल के साथ Starlink की सेवा ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों में डिजिटल क्रांति लाने में मददगार साबित हो सकती है। यह ग्रामीण इलाकों में ऑनलाइन शिक्षा, टेलीमेडिसिन, ई-कॉमर्स और अन्य डिजिटल सेवाओं को सशक्त बनाएगी। Starlink के आने से भारत में ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी के क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी, जिससे टेलीकॉम कंपनियों को भी बेहतर सेवाएं देने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा।

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