Zakir Hussain Passes Away: मशहूर तबला वादक जाकिर हुसैन का निधन, अमेरिका में ली अंतिम सांस

देश के महान तबला वादक जाकिर हुसैन का सोमवार को अमेरिका के फ्रांसिस्को में निधन हो गया। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

Updated : 16 December 2024, 8:42 AM IST
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नई दिल्ली: मशहूर तबला वादक जाकिर हुसैन का सोमवार को अमेरिका के फ्रांसिस्को में निधन हो गया, वे 73 वर्ष के थे। अमेरिका के फ्रांसिस्को में इलाज के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली। जाकर हुसैन की बहन खुर्शीद ने उनके निधन की पुष्टि की है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार जाकिर हुसैन  पिछले दो सप्ताह से अस्पताल में भर्ती थे। बाद में उनकी हालत बिगड़ने पर उन्हें आईसीयू में ले जाया गया था, लेकिन डॉक्टर उन्हें बचा नहीं पाए। 

मशहूर तबला वादक जाकिर हुसैन

जाकिर हुसैन के परिवार ने बताया कि मशहूर तबला वादक की मौत फेफड़े की गंभीर बीमारी की परेशानियों के कारण हुई है। वो दो हफ्ते से हॉस्पिटल में एडमिट थे और तबीयत बिगड़ने के बाद ICU में भर्ती कराया, जहां उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया।

जाकिर हुसैन का जन्म 9 मार्च 1951 को मुंबई में हुआ था। उनके पिता महान तबला वादक उस्ताद अल्लाह रक्खा कुरैशी थे। मां का नाम बीवी बेगम था। भारत के सबसे प्रसिद्ध शास्त्रीय संगीतकारों में से एक जाकिर हुसैन को 1988 में पद्म श्री, 2002 में पद्म भूषण और 2023 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया जा चुका है। अपने करियर में वह पांच ग्रैमी अवॉर्ड जीत चुके हैं। 

जाकिर हुसैन के परिवार में उनकी पत्नी एंटोनिया मिनेकोला, उनकी दो बेटियां अनीसा कुरैशी और इसाबेला कुरैशी, उनके भाई तौफीक और फजल कुरैशी और उनकी बहन खुर्शीद हैं। 

जानकारी के अनुसार जाकिर हुसैन को छोटी सी उम्र से ही तबला बजाने का शौक था। उन्होंने अपने पिता से तीन साल की उम्र में ही मृदंग (एक शास्त्रीय वाद्य) बजाना सीख लिया था। 12 साल की उम्र से ही वह म्यूजिक शो में परफॉर्मेंस देने लगे थे।

जाकिर हुसैन ने मुंबई के माहिम स्थित सेंट माइकल स्कूल से शुरुआती पढ़ाई की थी, जबकि ग्रेजुएशन मुंबई के सेंट जेवियर्स कॉलेज से की। उन्होंने वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी से संगीत में डॉक्टरेट की उपाधि हासिल की। 

उन्होंने करीब 12 फिल्मों में भी काम किया।
 

Published : 
  • 16 December 2024, 8:42 AM IST