Lockdown 2: भूखमरी के कारण मजदूरों ने पकड़ा पलायन का रास्ता, साइकिल से तय किया 550 किलोमीटर का सफर
लॉकडाउन के कारण दहाड़ी और मजदूरी करने वाले लोगों ने राशन पैसा खत्म होने के बाद पलायन का रास्ता पकड़ लिया है। ऐसे में लोग पैदल और साइकिल से हजारों किलोमीटर चलकर अपने घरों को जाने को मजबूर हो रहे हैं। हाल ही में कुछ लोगों ने 550 किलोमीटर का सफर साइकिल से तय किया है। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ पर पूरी खबर..
महराजगंजः लॉकडाउन के बावजूद हरियाणा फैजाबाद, जयपुर, शाहजहांपुर और कई जगहों से मजदूर अपने घर के लिए पैदल और साइकिलों से सफर कर रहे हैं। मंगलवार को रात में शाहजहांपुर के इण्डियन नाले के पास प्लास्टिक की फैक्ट्री में काम करने वाले एक दर्जन मजदूर मंगलवार की रात करीब 9 बजे साइकिल से लगभग 550 किलोमीटर का सफर तय करके सिसवा बाजार पहुंचे है।
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जहां सिसवा कोरोना सहायता समूह की टीम द्वारा इनके भोजन की व्यवस्था की गई है। जब डाइनामाइट न्यूज़ की टीम ने उनसे बात की गई तो अपने आंखों से आंसू छलकाते हुए लगभग एक दर्जन मजदूरों ने अपनी व्यथा सुनाते हुए कहा की वे चार-पांच दिन पहले शाहजहांपुर से चले हुए हैं। ठेकेदारों द्वारा दिया गया पैसा खत्म हो गया, खाने पीने को कुछ नहीं मिलने से सभी लोग भुखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं। ऐसे में पेट की भुख की आग मिटाने के लिए साइकिल से ही अपने घर को निकल गए।
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लॉकडाउन के बाद फैक्टरी बंद होने के बाद खाने पीने की दिक्कतें होने लगी। मजदुरों ने बताया की काम बंद हो जाने के कारण भुखमरी से हाल बेहाल हो रहा था। मजबूरन साइकिल से घर के लिए रवाना होना पड़ा।