चिन्‍मयानंद केस: सुप्रीम कोर्ट ने जब लिया संज्ञान तो हरकत में आयी यूपी पुलिस

डीएन ब्यूरो

पूर्व केंद्रीय मंत्री स्‍वामी चिन्‍मयानंद पर उत्‍पीड़न का आरोप लगाने वाली छात्रा को आज राजस्‍थान से बरामद कर लिया गया है। छात्रा शाहजहांपुर से गायब हुई थी, जिसके बाद उसकी तलाश की जा रही थी। कोर्ट के संज्ञान लेने के बाद यूपी पुलिस हरकत में आई है। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ पर पूरी खबर..

आरोप लगाने वाली छात्रा और स्‍वामी चिन्‍मयानंद
आरोप लगाने वाली छात्रा और स्‍वामी चिन्‍मयानंद


लखनऊ: उन्नाव रेप मामले में सुप्रीम कोर्ट से कड़ी फजीहत झेल चुकी यूपी पुलिस की साख एक बार फिर दांव पर है।

शाहजहांपुर के विश्वविद्यालय से कानून की पढ़ाई करने वाली एक लड़की बीते शनिवार को गायब हो गई थी। अब उसे राजस्थान से बरामद कर लिया गया है। जब इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने संज्ञान लिया तो उसके बाद यूपी पुलिस हरकत में आई। 

यह भी पढ़ें: बड़ी ख़बर: स्वामी चिन्मयानंद मामले में गायब लड़की सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई से ठीक पहले राजस्थान में मिली

उत्तर प्रदेश पुलिस की एक टीम को राजस्थान में उसके होने का पता चला जिसके बाद उसे आज सुबह बरामद किया गया। लड़की की बरामदगी के बाद यूपी के डीजीपी ओपी सिंह ने बताया है कि लड़की पूरी तरह सुरक्षित है। 

यह भी पढ़ें | शाहजहांपुर: यौन शोषण के आरोपी चिन्मयानंद गिरफ्तार, 14 दिनों के लिए भेजा गया जेल

यह भी पढ़ें: यूपी के डीजीपी ओपी सिंह का स्वामी चिन्मयानंद मामले में गायब लड़की की बरामदगी पर बयान आया सामने

बता दें कि आज ही इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होने वाली थी। लड़की ने कुछ समय पहले सोशल मीडिया पर स्‍वामी चिन्‍मयानंद पर यौन शोषण का आरोप लगाया था। जिसके बाद से वो गायब हो गई थी। ऐसे में अब सवाल ये उठता है कि पुलिस को इतने समय बाद ये लड़की कैसे मिली और इतने दिनों से पुलिस क्या रही थी। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि यूपी पुलिस के काम पर सवाल उठाया जा रहा है। 

यह भी पढ़ें: राष्ट्रपति के सचिव संजय कोठारी ने कहा- आईएएस की परीक्षा में विषयों का सही चयन बेहद जरुरी

यह भी पढ़ें | शाहजहांपुर: स्वामी चिन्मयानंद पर आरोप लगाने वाली छात्रा को 7 अक्टूबर तक जेल भेजा गया

इससे पहले भी उन्नाव रेप कांड मामले में जलालत झेल चुकी यूपी पुलिस हरकत में तब आयी जब देश की सबसे बड़ी अदालत ने इस मामले में दखल दिया। कुछ महिला वकीलों के एक समूह ने सुप्रीम कोर्ट से स्वत: संज्ञान लेने का अनुरोध किया था। उन्होंने कहा कि आरोप लगाने वाली छात्रा तीन दिनों से गायब है। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने मामले में संज्ञान लिया। जस्टिस आर भानुमति की पीठ में यह मामला सुना जाना है।

 










संबंधित समाचार