उत्तराखंड में कुदरत का कहर, बादल फटने से कई घर जमींदोज, 3 ग्रामीणों की मौत, 9 लापता
पहाड़ी राज्य उत्तराखंड में फिर एक बार कुदरत का कहर बरपने की खबरें हैं। पिथौरागढ में बादल फटने से 3 लोगों की मौत हो गयी, जबकि कुछ लोग लापता बताये जाते हैं। पूरी खबर..
![मडकोट गांव में मची तबाही](https://static.dynamitenews.com/images/2020/07/20/uttarakhnad-cloud-bursted-in-pithoragarh-3-people-died-many-are-missing-rescue-operation/5f1515a66c264.jpeg)
देहरादून: उत्तराखंड के सीमांत जनपद पिथौरागढ में कुदरत का कहर बरपने से तबाही की खबरें आ रही है। यहां बीती रात बादल फटने की घटना के कारण कुछ घर ढह गये। इस घटना में 3 लोगों की मौत हो गयी, जबकि कुछ लोग अभी भी लापता बताये जाते हैं।
बादल फटने की इस घटना से सबसे ज्यादा तबाही मुनस्यारी के टागा गांव, बंगापानी के गेला गांव, मडकोट गांव में सामने आयी। इसके अलावा कुछ आसपास के गांवों में इसका अब भारी प्रभाव सामने आ रहा है। क्षेत्र में कई घर जमींदोज हो गए। गेला गांव में 3 लोगों के घर के मलबे में दबने से मौत हो गई वहीं, यहां 3 अन्य घायल हो गए। जबिक कुछ लोग लापता हैं।
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बादल फटने की सूचना के बाद मौके पर राहत और बचाव टीम पहुंच गयी है। लापता लोगों को खोजने और घायलों को अस्पताल पहुंचाया जा रहा है। बादल फटने के कारण कई बड़े भूखंड ढह गये, जिसकी चपेट में आकर कुछ घर मलबे में दब गये हैं।
पिथौरागढ के जिलाधिकारी वी के जोगडांडे के मुताबिक बादल फटने की इस घटना का सबसे ज्यादा कहर मडकोट गांव में सामने आया है, जहां तीन लोगों की मौत हो गयी। मडकोट गांव के निकट तीन गांव भी इसकी चपेट आ गये। इन गांवों के लोग बादल फटने के बाद से लापता है।
सूत्रों के मुताबिक लापता लोगों की सही संख्या अभी तक पुष्ट नहीं हो सकी है लेकिन बताया जाता है कि ऐसे लोगों की संख्या 8-9 के आसपास हो सकती है। जिनकी तलाश जारी है। मौके पर राहत और बचाव के कार्य जारी है।