यूपी एसटीएफ ने मादक पदार्थों के तस्करों के गिरोह का भंडाफोड़ किया, डेढ़ करोड़ की स्मैक बरामद, तीन गिरफ्तार

डीएन ब्यूरो

उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स ने मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त अन्तर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश करते हुए तीन तस्करों को गिरफ्तार किया है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

पुलिस की गिरफ्त में अरोपी
पुलिस की गिरफ्त में अरोपी


लखनऊ: यूपी एसटीएफ ने मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त एक अन्तर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश कर गैंग के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार तस्करों के पास से डेढ़ किलो स्मैक बरामद की गई, जिसकी कीमत लगभग डेढ़ करोड़ रूपये है। तस्करों के पास से 5 मोबाइल और लगभग 90 हजार रुपये भी बरामद किये गये। एसटीएफ ने टीम ने सभी तस्करों को थाना सरसावा, जनपद सहारनपुर से गिरफ्तार किया।  

एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार अभियुक्तों में अमित पुत्र करतार सिंह,  कृष्णा पुत्र सतीश और रविन्द्र पुत्र मांगेराम सिंह है। गिरफ्तार सभी आरोपी थाना सरसावा, जनपद सहारनपुर के रहने वाले हैं। 

यह भी पढ़ें | UP Police Exam: यूपी एसटीएफ ने बलिया के नीरज यादव को किया गिरफ्तार, पुलिस भर्ती परीक्षा की उत्तर कुंजी की थी वायरल

यूपी एसटीएफ को काफी समय से पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जनपदो में मादक पदार्थां की तस्करी करने वाले गिरोह के सक्रिय होने की सूचनाएं प्राप्त हो रहीं थी। इस सम्बन्ध में एसटीएफ अभिसूचना संकलन करने के साथ जरूरी कार्यवाही में जुटी हुई थी।

एसटीएफ को मुखबिर के माध्यम से सूचना मिली कि कुछ लोग अवैध मादक पदार्थ की तस्करी करते हैं। तस्कर आज माल के लेन-देन के लिए नकुड की ओर से मोटर साईकिल पर सवार होकर थाना सरसावा क्षेत्र के अहमदपुर साहात पुल के नीचे आने वाले हैं। एसटीएफ की टीम मुखबिर को साथ लेकर उ बताये गये स्थान पर पहुँची।

यह भी पढ़ें | Time Bomb: यूपी में दंगों की प्लानिंग फेल, दस टाइम बम का ऑर्डर देने वाली इमराना गिरफ्तार, जानिये ये बड़े खुलासे

एसटीएफ को कुछ देर पश्चात नकुड की तरफ से एक मोटर साईकिल पर सवरा तीन व्यक्तियों को आते देखा। मुखबिर की निशादेही पर आवश्यक बल प्रयोग करते हुए एसटीएफ ने सभी को घेरकर गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उन्होंने स्मैक तस्करी के धंधे में लिप्त होना स्वीकार किया। तस्करों के पास से उपरोक्त बरामदगी की गयी। 

गिरफ्तार अभियुक्तों के विरूद्व थाना सरसावा, जनपद सहारनपुर में एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला पंजीकृत किया गया है। आरोपियों के खिलाफ आगे की वैधानिक कार्यवाही जारी है।










संबंधित समाचार