फर्रुखाबाद में भी ऑक्सीजन के अभाव में 49 मासूमों की मौत

डीएन ब्यूरो

डॉ. राममनोहर लोहिया अस्पताल में भी गोरखपुर जैसी त्रासदी सामने आयी है। ऑक्सीजन के अभाव और उपचार में लापरवाही के कारण इस अस्पताल में 49 नवजात शिशुओं की दर्दनाक मौत हो गयी है।

अस्पताल में उपचार के लिये भर्ती मासूम
अस्पताल में उपचार के लिये भर्ती मासूम


फर्रुखाबाद: यहां के डॉ. राममनोहर लोहिया अस्पताल में भी गोरखपुर जैसी त्रासदी सामने आयी है। एक माह के अंदर इस अस्पताल में ऑक्सीजन के अभाव और उपचार में लापरवाही के कारण 49 नवजात शिशुओं की दर्दनाक मौत हो गयी। बच्चों की मौत के बाद क्षेत्र में हड़कंप मच गया।

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बच्चे को खुद आक्सीजन देती महिला

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सीएमओ और सीएमएस को पद से हटाया गया

डाइनामाइट न्यूज़ को मिली जानकारी के मुताबिक बच्चों की मौत के मामले में नगर मजिस्ट्रेट ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) व मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) के खिलाफ शहर कोतवाली में रिपोर्ट (FIR) दर्ज कराई है। एफआइआर के बाद सीएमओ और सीएमएस को पद से हटा दिया गया है। CMO पर FIR के बाद लोहिया अस्पताल के डॉक्टर हड़ताल पर चले गए।

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 बच्चों के बारे में पूछताछ करते परिजन

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अधिकांश बच्चों की मौत आक्सीजन की कमी से

जानकारी के मुताबिक अस्पताल में 20 जुलाई से लेकर 21 अगस्त तक 49 बच्चों की मौत का आंकड़ा सामने आया, जिसमें से 19 बच्चों की मौत प्रसव के दौरान और 30 बच्चों की मौत न्यू बोर्न केयर यूनिट में इलाज के दौरान हुई। जांच में सामने आया कि अधिकांश बच्चों की मौत पेरीनेटल एस्फिक्सिया (आक्सीजन की कमी) से हुई है।

बच्चों की मौत से अस्पताल में अफरा-तफरी

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डीएम ने दिए एफआइआर के आदेश

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पूछताछ में मृत शिशुओं के परिजनों ने अधिकारियों को बताया कि अस्पताल ने बच्चों को आक्सीजन नहीं लगाया और न ही समुचित इलाज किया। जांच रिपोर्ट के आधार पर डीएम ने एफआइआर के आदेश दिए, जिसके बाद एफआईआर दर्ज कर दी गयी।

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मृत बच्चों के परिजनों  ने सुनाई डाक्टरों की कहानी

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक सिटी मजिस्ट्रेट ने एफआईआर में यह भी कहा है कि जांच अधिकारी ने जब मृत बच्चों की मां व परिजनों से बात की तो इन लोगों ने बताया कि डाक्टर ने आक्सीजन की नली नहीं लगाई, कृतिम आक्सीजन नहीं दिया और कोई दवा नहीं दी। इससे स्पष्ट है कि अधिकतर शिशुओं की मृत्यु पर्याप्त मात्रा में आक्सीजन न मिलने के कारण हुई।










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