

हिमाचल प्रदेश के आदिवासी और ऊंचाई वाले इलाकों में इस साल की पहली भारी बर्फबारी की वजह से चार राष्ट्रीय राजमार्गों सहित कुल 134 सड़कों को यातायात के लिए बंद करना पड़ा है। इससे आम जनजीवन प्रभावित हुआ है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
शिमला: हिमाचल प्रदेश के आदिवासी और ऊंचाई वाले इलाकों में इस साल की पहली भारी बर्फबारी की वजह से चार राष्ट्रीय राजमार्गों सहित कुल 134 सड़कों को यातायात के लिए बंद करना पड़ा है। इससे आम जनजीवन प्रभावित हुआ है।
स्थानीय मौसम कार्यालय के मुताबिक मंगलवार रात से रुक-रुक कर बर्फबारी जारी है एवं आगे भी यह सिलसिला कायम रहने की संभावना है। कार्यालय ने संभावना 31 जनवरी और एक फरवरी को पांच जिलों शिमला, कुल्लू, चंबा, किन्नौर और लाहौल स्पीति के अलग-अलग स्थानों पर भारी बर्फबारी और बारिश की ‘ऑरेंज’ चेतावनी जारी की है।
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मौसम वैज्ञानिक संदीप शर्मा ने बुधवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि मंगलवार रात से अबतक शिमला जिले के ऊंचाई वाले इलाकों में लगभग 15 सेंटीमीटर बर्फबारी दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि एक दिन में तापमान में चार से पांच डिग्री की गिरावट आई है।
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शिमला शहर में बुधवार शाम को आंधी, बारिश और ओलावृष्टि हुई।
भारी बर्फबारी के पूर्वानुमान ने किसानों और फल- सब्जी उत्पादकों के चेहरों पर खुशी ला दी है जिन्हें सूखे के कारण भारी नुकसान हुआ था। कृषि विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि इस बर्फबारी और बारिश से रबी की फसल को लाभ होने का अनुमान है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार पर्यटन और संबद्ध उद्योगों के हितधारक भी उत्साहित हैं क्योंकि लंबे समय से प्रतीक्षित बर्फबारी से पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होने की संभावना है। गुजरात के एक पर्यटक हार्दिक ने कहा, ‘‘मैंने पहली बार बर्फ देखी है और मैं इसका आनंद ले रहा हूं।’’
मनाली, डलहौजी, सांगला, नरकंडा और कुफरी के प्रमुख पर्यटक रिसॉर्ट्स में मध्यम दर्ज की बर्फबारी हुई है जबकि मध्य और निचली पहाड़ियों में छिटपुट बारिश हुई, जिससे लंबे समय से सूखे का क्रम टूट गया है।