Uttar Pradesh: कोल्ड स्टोरेज चैंबर की छत ढही, मलबे में दबकर 6 लोगों की मौत

डीएन ब्यूरो

उत्तर प्रदेश के संभल जिले के चंदौसी थाना क्षेत्र में एक निजी कोल्ड स्टोरेज के चैंबर की छत ढहने से मलबे में दबकर मरने वालों की संख्या बढ़कर छह हो गई है। जिलाधिकारी मनीष बंसल ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

मलबे में दबकर 6 लोगों की मौत
मलबे में दबकर 6 लोगों की मौत


संभल: उत्तर प्रदेश के संभल जिले के चंदौसी थाना क्षेत्र में एक निजी कोल्ड स्टोरेज के चैंबर की छत ढहने से मलबे में दबकर मरने वालों की संख्या बढ़कर छह हो गई है। जिलाधिकारी मनीष बंसल ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया, “चंदौसी थाना क्षेत्र के मई गांव में इस्लाम नगर मार्ग पर स्थित एक निजी कोल्ड स्टोरेज के चैंबर की छत बृहस्पतिवार को अचानक ढह गई थी। इस घटना में अब तक छह लोगों की मौत हो चुकी है। मृतकों की शिनाख्त की कोशिश की जा रही है।”

बंसल के मुताबिक, मलबे में से कंक्रीट और अन्य निर्माण सामग्री हटा ली गई है और अब आलू के बोरों को निकालने का काम किया जा रहा है।

पुलिस अधीक्षक चक्रेश मिश्रा ने बताया कि हादसे में घायल 10 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि कुछ अन्य लोगों के भी मलबे में दबे होने की आशंका है। उन्होंने कहा कि कोल्ड स्टोरेज में राहत एवं बचाव कार्य अब भी जारी है।

परिक्षेत्रीय पुलिस उप महानिरीक्षक शलभ माथुर ने बृहस्पतिवार देर शाम संवाददाताओं से कहा था, “मलबे में अब भी कई लोग दबे हो सकते हैं। कोल्ड स्टोरेज में अमोनिया गैस के सिलिंडर रखे होने की वजह से राहत एवं बचाव कार्य में बहुत एहतियात बरती जा रही है। बचाव अभियान कल सुबह तक चलने की संभावना है।”

माथुर ने बताया था कि कोल्ड स्टोरेज के मालिक अंकुर अग्रवाल और रोहित अग्रवाल के खिलाफ गैर-इरादतन हत्या के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा था कि अंकुर और रोहित घटना के बाद से फरार हैं और दोनों की गिरफ्तारी के लिए स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप की टीम लगाई गई है।

माथुर ने कहा था कि प्रशासनिक प्रक्रिया के तहत मामले की मजिस्ट्रेट से जांच कराई जाएगी।

उन्होंने बताया था, “कोल्ड स्टोरेज का जो हिस्सा ढहा है, वो तीन माह पहले ही बनाया गया था, लेकिन इसके लिए प्रशासन से अनुमति नहीं ली गई थी। इसके अलावा, कोल्ड स्टोरेज में क्षमता से अधिक मात्रा में आलू रखा गया था।”

पुलिस के अनुसार, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) और पुलिस की टीमें राहत एवं बचाव कार्यों में जुटी हुई हैं।










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