निशिकांत दुबे ने विपक्षी दलों पर किया कड़ा वार, जानिए क्या बोले

डीएन ब्यूरो

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि विपक्षी दलों के लिए भ्रष्टाचार ही आस्था है इसी में पूरा का पूरा विपक्ष डूबा हुआ है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

भाजपा सांसद निशिकांत दुबे
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे


नयी दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि विपक्षी दलों के लिए भ्रष्टाचार ही आस्था है इसी में पूरा का पूरा विपक्ष डूबा हुआ है।

लोकसभा में सरकार के ‘श्वेतपत्र’ पर नियम 342 के तहत चर्चा में हिस्सा लेते हुए भाजपा के निशिकांत दुबे ने कहा कि भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी कांग्रेस एवं अन्य विपक्षी दल खुद को बचाने की लड़ाई के लिए एकजुट हुए हैं।

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डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार उन्होंने रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के उस वक्तव्य को उद्धृत किया जिसमें उन्होंने कहा था कि राम भारत की आस्था हैं और राम भारत के आधार हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘इस समारोह में मोदी जी ने यह संदेश देने का प्रयास किया था कि राम भारत की आस्था हैं और राम भारत के आधार, लेकिन इस श्वेत पत्र को देखने के बाद हमें यह अनुभव हुआ है कि विपक्षी दलों के लिए भ्रष्टाचार ही आस्था है, इसी में उनकी पूरी की पूरी पार्टी और पूरा का पूरा विपक्ष डूबा हुआ है।’’

दुबे ने कहा कि सम्पूर्ण विपक्ष एक साथ दिख रहा है, इसकी मुख्य वजह उनका भ्रष्टाचार में आकंठ डूबा होना है, जिसका जिक्र इस श्वेतपत्र में किया गया है।

दुबे ने कहा कि इन लोगों ने (संपूर्ण विपक्ष ने) भ्रष्टाचार को लेकर अस्तित्व पर आए संकट से बचने के लिए यह रास्ता चुना है।

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उन्होंने मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के कार्यकाल में तेल बॉण्ड के तौर पर एक लाख 10 हजार करोड़ रुपये का कर्ज अगली पीढ़ी पर लादने से लेकर एंट्रिक्स देवास, अगस्ता वेस्टलैंड, आदर्श सोसाइटी, आईएनएक्स मीडिया, शारदा चिटफंड संबंधी घोटालों का भी उल्लेख किया।

दुबे ने कहा कि 2004 से 2014 तक संप्रग के कार्यकाल में मनमोहन सिंह के अलावा पी चिदंबरम, रघुराम राजन और देश के तमाम अर्थशास्त्री थे, इसके बावजूद बैंकों की गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां (एनपीए) बढ़कर 13 प्रतिशत हो गई थीं। उन्होंने कहा कि इसका जिक्र खुद राजन ने किया था, जिसे इस श्वेतपत्र में भी जगह मिली है।

भाजपा सांसद ने एंट्रिक्स देवास घोटाले का जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस को देश की रक्षा, सुरक्षा और आम जनता से कोई लेना-देना नहीं और सरकार की नीतियों में गड़बड़ी के कारण भारत अंतरराष्ट्रीय अदालत में मुकदमा हार गया।

उन्होंने रक्षा सौंदों को दलालों के हाथ में देने का कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि अगस्ता वेस्टलैंड का ऊंचाई मानक कम करने के कारण वायुसेना प्रमुख को जेल जाना पड़ा, जबकि ऊंचाई मानक तत्कालीन सरकार ने बदला था।

दुबे ने कहा कि कांग्रेस के नेताओं ने शहीदों को भी नहीं बख्शा। उन्होंने कहा कि करगिल युद्ध में शहीद हुए जवानों के परिजनों के लिए आवंटित जमीन पर आदर्श सोसाइटी बनाई गयी, जिसमें विलासराव देशमुख और अशोक चव्हाण सहित कांग्रेस के कम से कम 50 सदस्य लाभार्थी हैं।

आईएनएक्स मीडिया में 800 करोड़ रुपये के विदेशी निवेश की मंजूरी देने में तत्कालीन वित्त मंत्री पी चिदंबरम के शामिल होने के आरोपों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इससे लोकसभा के एक मौजूदा सदस्य को करोड़ों की अवैध कमाई होने के आरोप हैं।

उन्होंने शारदा चिटफंड घोटाले का जिक्र करते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल के मंत्रियों के यहां छापे के बाद 20-20, 50-50 करोड़ रुपये बरामद हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि ये सारा अवैध धन एक राजनीतिक दल के पास जाता है, जिसका इस्तेमाल मुस्लिम वोट बैंक के लिए किया जा रहा है। उन्होंने बिहार में ‘नौकरी के बदले जमीन’ घोटाले का भी जिक्र किया।

दुबे ने कहा, ‘‘संप्रग सरकार जो अर्थव्यवस्था बनाकर गयी वह भ्रष्टाचार का रहा और आपका (कांग्रेस का) चालीस साल का कार्यकाल लूट का काल रहा है।’’

उन्होंने दावा किया कि 2004 से 2014 तक तत्कालीन संप्रग सरकार ने 60 लाख करोड़ रुपये का घोटाला किया।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रामराज्य स्थापित करने आए हैं।










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