Haridwar News: लक्सर में टायर फैक्ट्री कर्मचारियों की महापंचायत संपन्न, मंगलवार को होगी फैक्ट्री प्रबंधन से वार्ता

महापंचायत को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने पहले ही सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे। नगर के विभिन्न हिस्सों में बैरिकेडिंग कर पुलिस बल तैनात किया गया था। शांतिपूर्ण माहौल में महापंचायत का आयोजन हुआ। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 8 April 2025, 2:23 PM IST
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हरिद्वार: जनपद के लक्सर में टायर फैक्ट्री कर्मचारियों की वेतन बढ़ोतरी और अन्य मांगों को लेकर लक्सर में सोमवार को महापंचायत आयोजित की गई। महापंचायत में पहुंचे जनप्रतिनिधियों और किसान नेताओं ने फैक्ट्री प्रबंधन पर श्रमिकों की उपेक्षा का आरोप लगाया और श्रमिकों के पक्ष में कार्रवाई की मांग की।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार महापंचायत को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने पहले ही सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे। नगर के विभिन्न हिस्सों में बैरिकेडिंग कर पुलिस बल तैनात किया गया था। शांतिपूर्ण माहौल में महापंचायत का आयोजन हुआ।

सरधना (उत्तर प्रदेश) से सपा विधायक अतुल प्रधान ने कहा कि फैक्ट्री प्रबंधन श्रमिकों के अधिकारों की अनदेखी कर रहा है और मनमानी पर उतारू है। उन्होंने बर्खास्त कर्मचारियों को वापस लेने की भी मांग उठाई। वहीं, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष मनीष चौहान ने प्रशासन से श्रमिकों को उनका हक दिलाने के लिए प्रबंधन पर दबाव बनाने की बात कही।

किसान नेता कीरत सिंह ने ऐलान किया कि जब तक कर्मचारियों की मांगें पूरी नहीं होतीं, आंदोलन जारी रहेगा। इस बीच मौके पर पहुंचे उपजिलाधिकारी सौरभ असवाल और एसपी देहात शेखर सुयाल ने कर्मचारियों और उनके प्रतिनिधियों से बातचीत कर मंगलवार को फैक्ट्री प्रबंधन और श्रमिकों के बीच बैठक कराने का आश्वासन दिया, जिस पर कर्मचारियों ने सहमति जता दी। इसके बाद महापंचायत शांतिपूर्वक संपन्न हो गई।

यह है पूरा मामला

लक्सर स्थित टायर फैक्ट्री के कर्मचारी पिछले 17 मार्च से वेतन बढ़ोतरी और अन्य मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। कर्मचारियों का कहना है कि हर तीन साल में वेतन वृद्धि होती है, लेकिन इस बार तीन साल पूरे होने के बावजूद इंक्रीमेंट नहीं हुआ। नाराज कर्मचारियों ने धरना शुरू कर दिया। वार्ता के प्रयास विफल रहे, जिसके बाद फैक्ट्री प्रबंधन ने 27 मार्च को 20 कर्मचारियों को निलंबित कर दिया। अगले दिन 28 मार्च को 20 और कर्मचारियों का निलंबन कर दिया गया। इसके बाद जब वार्ता विफल हुई तो प्रबंधन ने तीन कर्मचारियों को बर्खास्त भी कर दिया, जिससे मामला और गरमा गया और कर्मचारियों ने महापंचायत का ऐलान कर दिया।

अब सभी की नजर मंगलवार को होने वाली बैठक पर टिकी है, जहां फैक्ट्री प्रबंधन और श्रमिकों के बीच समाधान निकालने की कोशिश होगी।

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