Lucknow: अस्पताल की यह करतूत को जानकर हैरान होंगे आप भी, मृतक के परिजनों ने लगाये ये गंभीर आरोप

डीएन ब्यूरो

यूपी की राजधानी लखनऊ के एक अस्पताल की शर्मनाक करने वाली करतूत सामने आयी है। पढिये, डाइनामाइट न्यूज की रिपोर्ट

सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीर


लखनऊ: यूपी की राजधानी लखनऊ के इंदिरा नगर में स्थित एक अस्पताल पर मृतक मरीज के परिजनों जो गंभीर आरोप लगाये, वह काफी शर्मनाक करने वाला है। आरोप है कि बिल न चुकाने पर अस्पताल ने यहां एक मरीज के शव को आठ घंटे तक रोके रखा और मृत मरीज को जिंदा बताकर उसे कई घंटों तक आईसीयू में भर्ती करके रखा।

जानकारी के मुताबिक रायबरेली निवासी अभय श्रीवास्तव (60) को सर पर चोट लगने के कारण इंदिरा नगर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वह चोट के कारण कोमा में चले गये, जिससे उन्हें आइसीयू में रखा गया था। बताया जाता है कि सोमवार रात मरीज की मौत हो गई। लेकिन डॉक्टरों ने मंगलवार सुबह 11 बजे उनके परिजनों को मौत की सूचना दी। साथ ही बकाया बिल भुगतान करने के बाद ही शव देने की बात कही।

मृतक अभय के परिजनों ने अस्पताल पर इलाज में लापरवाही का बड़ा आरोप लगाते हुए बिल देने से इंकार कर दिया। परिजनों ने कहा कि बिल बढ़ाने के लिये मृत मरीज को जानबूझकर आईसीयू में रखा गया। यहां तक जिंदा बताकर आइसीयू में लेटाए रखा और किसी को मिलने तक नहीं दिया गया साथ ही घंटों बाद भी उन्हें शव नहीं दिया गया। 

जानकारी के मुताबिक हंगामे के बाद पहुंची पुलिस के हस्तक्षेप के बाद शव मृतक के परिजनों को सौंपा गया। अस्पताल का आरोप है कि मरीज की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आ गयी थी, जिस कारण मृतक के परिजन स्वयं मरीज को छोड़कर चले गए थे। 

मृतक के परिजनों ने अस्पताल के खिलाफ सीएम पोर्टल पर इस मामले की ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराई है। 
 










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