अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए सदस्य बढ़ाने का अभियान चलाएगा झारखंड मुक्ति मोर्चा

डीएन ब्यूरो

झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले 50 लाख सदस्यों को शामिल करने के लिए एक अभियान शुरू करेगा। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

झारखंड मुक्ति मोर्चा (फाइल)
झारखंड मुक्ति मोर्चा (फाइल)


रांची: झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले 50 लाख सदस्यों को शामिल करने के लिए एक अभियान शुरू करेगा। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

यह निर्णय मंगलवार को झामुमो केंद्रीय समिति की बैठक में लिया गया। इस बैठक में चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को हराने के लिए विपक्षी गठबंधन में पार्टी की स्थिति मजबूत करने पर भी विचार-विमर्श किया गया।

बैठक में नेताओं ने भाजपा केंद्रीय नेतृत्व के बाबूलाल मरांडी को प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त करने के फैसले को झारखंड में भाजपा के ‘‘ताबूत में आखिरी कील’’ बताया।

बैठक की अध्यक्षता झामुमो प्रमुख शिबू सोरेन ने की और इसमें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, पार्टी के सांसद, विधायक, नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए।

बाद में, मुख्यमंत्री एवं झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने संवाददाताओं को बताया कि विभिन्न जिलों से आए पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से राज्य सरकार की योजनाओं को राज्य के दूर-दराज के इलाकों में लागू करने के लिए कहा गया।

झामुमो के प्रवक्ता एवं केंद्रीय समिति के सदस्य विनोद कुमार पांडेय ने कहा कि देश के वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य और 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराने के लिए विपक्षी दलों का राष्ट्रीय स्तर पर गठबंधन बनाने के पार्टी के प्रयासों पर चर्चा की गई।

अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले संयुक्त रणनीति बनाने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा पिछले महीने पटना में बुलाई गई बैठक में हिस्सा लेने वाले 14 विपक्षी दलों में झामुमो भी शामिल थी।

झामुमो प्रवक्ता ने कहा, ‘‘चर्चा बूथ स्तर से पार्टी को मजबूत करने के अलावा 50 लाख सदस्यों को जोड़ने के लिए एक अभियान शुरू करने पर भी केंद्रित रही। बड़े विपक्षी गठबंधन में पार्टी को मजबूत करने और डुमरी विधानसभा उपचुनाव की रणनीति पर भी चर्चा हुई। इस पर भी चर्चा हुई कि सरकारी योजनाओं को लोगों के दरवाजे तक कैसे पहुंचाया जाए।’’

पांडेय ने कहा कि लोकसभा सीटों के लिए झामुमो के उम्मीदवारों पर कोई निर्णय नहीं लिया गया। पांडेय ने कहा, “सीट बंटवारे पर अंतिम फैसला सहयोगी दलों की बैठक में लिया जाएगा।”

उन्होंने कहा, ‘‘2024 का लोकसभा चुनाव हो या अगले साल दिसंबर में होने वाला विधानसभा चुनाव, झामुमो हमेशा लड़ने के लिए तैयार है और उसे डुमरी में विधानसभा उपचुनाव जीतने का भरोसा है।’’

डुमरी उपचुनाव की तारीख की घोषणा अभी नहीं हुई है। अप्रैल में राज्य के मंत्री जगरनाथ महतो के निधन के बाद यह सीट खाली हो गई थी। महतो की पत्नी बेबी देवी ने सोमवार को हेमंत सोरेन कैबिनेट में मंत्री पद की शपथ ली।

झारखंड में भाजपा के अध्यक्ष के रूप में मरांडी की नियुक्ति पर, पांडेय ने कहा कि यह भाजपा के लिए एक चुनौती होगी, क्योंकि वह खुद पिछले कुछ वर्षों से अपने राजनीतिक अस्तित्व के लिए लड़ रहे हैं।

झारखंड की 81 सदस्यीय विधानसभा में झामुमो के 30 विधायक हैं, जबकि उसकी सहयोगी कांग्रेस के 17 और राजद का एक विधायक है। सदन में मुख्य विपक्षी दल भाजपा के 26 विधायक हैं।










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