भारत की नीति सम्मान, संवाद, शांति और समृद्धि के सिद्धांतों पर आधारित
‘क्षेत्रीय समस्याओं’ के लिए ‘क्षेत्रीय समाधानों’ की आवश्यकता पर बल देते हुए नौसेना प्रमुख एडमिरल आर. हरि कुमार ने कहा कि समुद्री क्षेत्र में समसामयिक चुनौतियों से समान सोच वाले देशों के बीच ‘मुद्दों पर आधारित अभिसरण’ के जरिये बेहतर ढंग से निपटा जा सकता है। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर
नयी दिल्ली: ‘क्षेत्रीय समस्याओं’ के लिए ‘क्षेत्रीय समाधानों’ की आवश्यकता पर बल देते हुए नौसेना प्रमुख एडमिरल आर. हरि कुमार ने कहा कि समुद्री क्षेत्र में समसामयिक चुनौतियों से समान सोच वाले देशों के बीच ‘मुद्दों पर आधारित अभिसरण’ के जरिये बेहतर ढंग से निपटा जा सकता है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार नौसेना प्रमुख ने भारत के अनुभव का हवाला देते हुए कहा कि छोटे समूहों और क्षेत्रीय ढांचे में काम करना विश्वास बनाने और समग्र परिणाम प्राप्त करने में मददगार है।
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‘रायसीना डायलॉग’ के एक सत्र को संबोधित करते हुए एडमिरल कुमार ने कहा कि क्षेत्र में भारत की नीति सम्मान, संवाद, शांति और समृद्धि के सिद्धांतों पर आधारित है और यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘सागर’ या ‘क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा एवं विकास’ के दृष्टिकोण को प्रदर्शित करती है।
इस मौके पर अमेरिका के हिंद-प्रशांत कमांडर एडमिरल जॉन एक्विलिनो, ब्रिटिश नौसेना प्रमुख एडमिरल बेन के. और जापान के रक्षा मंत्रालय के रक्षा प्रमुख जनरल कोजी यामाजाकी भी मौजूद रहे।
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समुद्री क्षेत्र में चुनौतियों से निपटने के लिए भागीदार देशों के साथ काम करने के भारतीय दृष्टिकोण से जुड़े एक सवाल के जवाब में, कुमार ने कहा कि किसी भी एक राष्ट्र द्वारा इससे अकेले निपटा नहीं जा सकता है।
उन्होंने कहा, ‘‘सहयोग की आवश्यकता है..यह एक ऐसी चीज है जिसके लिए हम समुद्री क्षेत्र में हमेशा तत्पर रहते हैं - यह पता लगाने के लिए कि कैसे सहयोग करना है, कैसे एक साथ काम करना है।’’