श्री अष्टलक्ष्मी महायज्ञ का भव्य आयोजन 14 से 22 दिसंबर तक तिरुपति में

डीएन ब्यूरो

आंध्र प्रदेश के तिरुपति जिले में स्थित श्री सिद्धेश्वर तीर्थ-ब्रह्मर्षि आश्रम में देश और दुनिया भर के भक्तों के लिए श्री अष्टलक्ष्मी महायज्ञ का भव्य आयोजन किया जा रहा है। यह विशाल कार्यक्रम 14 से 22 दिसंबर तक चलेगा। पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर।



तिरुपति (आंध्र प्रदेश): सिद्धेश्वर ब्रह्मर्षि गुरुदेव गुरुवानंद के सानिध्य में स्थानीय ब्रह्मर्षि आश्रम में श्री अष्टलक्ष्मी महायज्ञ का भव्य आयोजन किया जा रहा है।

कार्यक्रम के आयोजकों ने डाइनामाइट न्यूज़ को बताया कि यह कार्यक्रम काफी विशाल होगा और इसमें देश और दुनिया भर से भक्तों को गुरुदेव का दर्शन करने का मौका मिलेगा।

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कार्यक्रम 14 से 22 दिसंबर तक चलेगा। प्रतिदिन प्रभात फेरी, योग प्राणायाम, पूजा अर्चना, मोटिवेशनल क्लासेज, मंत्र जाप, भक्ति संगीत, स्पिरिचुअल गेम, आरती, कल्याणकारी प्रार्थनाएं आदि होंगे।

इनके अलावा विशिष्ट कार्यक्रम जैसे- अष्टलक्ष्मी पालकी यात्रा, सुहाग-सुहागिन पूजा, जैन पद्मावती माता की पूजा, गुरु मंत्र दीक्षा, फूलों की होली, महालक्ष्मी दिव्य दर्शन, अष्टलक्ष्मी महायज्ञ, गौदान होंगे।

आठ दिनों के इस महा उत्सव में मां लक्ष्मी के समस्त स्वरुपों गजा लक्ष्मी, धना लक्ष्मी, आदि लक्ष्मी, ऐश्वर्या लक्ष्मी, विजया लक्ष्मी, संतान लक्ष्मी, सौभाग्य लक्ष्मी, वीरा लक्ष्मी और महालक्ष्मी की विशेष पूजा और अर्चना होगी।

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सिद्धेश्वर ब्रह्मर्षि गुरुदेव गुरुवानंद ने डाइनामाइट न्यूज़ को बताया कि लक्ष्मी के पति का नाम विष्णु है, और विष्णु का अर्थ होता है.. विशुद्ध अणु..जिसके सारे विष मर गये हों। अगर आप के घर में लक्ष्मी हैं तो अपना जीवन विष्णु जैसा बना लें तब कभी भी लक्ष्मी आपके घर को छोड़कर नहीं जायेंगी।










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