गाजीपुर पुलिस ने नकली नोट छापने वाले गैंग का किया पर्दाफाश, 13 जिलों की पुलिस को थी तलाश

डीएन ब्यूरो

उत्तर प्रदेश की गाजीपुर पुलिस ने रविवार शाम को नकली नोट छापने के गिरोह का पर्दाफाश किया है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट



गाजीपुर: लोकसभा चुनाव की सरगर्मियों के बीच यूपी की गाज़ीपुर पुलिस को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। पुलिस ने रविवार शाम को नकली नोट छापने वाले गैंग का खुलासा किया है। पुलिस ने  मास्टरमाइंड के साथ तीन लोगों को गिरफ्तार किया। यह लोग डालिम्स सनबीम स्कूल मेंहनाजपुर आजमगढ़ में नकली नोट छापने का गोरखधंधा करते थे और गाजीपुर के खानपुर इलाके में इसकी सप्लाई किया करते थे।

यह भी पढ़ें: यूपी पुलिस का दारोगा रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार

डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से नोट छापने के उपकरण और करीब 99 हजार रुपए के नकली भारतीय करेंसी बरामद की है।

यह भी पढ़ें: गाजीपुर में लोकसभा चुनाव से पहले बड़ी साजिश का भंड़ाफोड़

पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह ने बताया कि खानपुर थाना क्षेत्र में नकली नोट मिलने के मामले गत काफी दिनों से आ रहे थे जिसको लेकर उन्होंने स्वाट टीम और सर्विलांस को लगाया गया था।

पुलिस ने खानपुर थाना क्षेत्र के रहने वाले शिवकुमार को गिरफ्तार किया और उसके पास से छपे हुए नकली नोट और अन्य उपकरण भी बरामद किया। पुलिस ने जब इसकी जांच कराई गई तो पता चला कि इसका असली नाम विजय भारती है और इसके छद्म नाम पर 13 जनपदों में मुकदमे दर्ज हैं और यह पिछले दिनों से एनजीओ बनाकर एलआईसी के साथ जुड़ा है।

हैरान करने वाली बता यह है कि  शिवकुमार ने अभी तक अपना आधार कार्ड नहीं बनवाया है लेकिन चार आधार कार्ड में इसका फोटो जरूर लगा है। पुलिस ने बताया कि वह अपने असली नाम से कुछ भी नहीं करता।

पुलिस ने बताया कि आरोपी शिवकुमार ने वाराणसी के चौबेपुर इलाके में डालिमस सनबीम स्कूल की फ्रेंचाइजी ली थी जिसमें उसके सहयोगी ने इसके साथ गोलमाल कर विद्यालय को अपने नाम कर लिया था वहीं इसी नाम का एक विद्यालय आजमगढ़ मेहनाजपुर में भी चलाता था जहां पर उसने नोट छापने की मशीन लगायी थी।

आरोपी कुछ युवकों के साथ मिलकर नोट छापने का गैरकानूनी काम करता था। पुलिस ने नकली नोट छापने वाले शिवकुमार उर्फ विजय भारती और उसके सहयोगियों के साथ जेल भेज दिया है।  










संबंधित समाचार