फिरोजाबाद: DM की कार्रवाई से हड़कंप, पढ़िये अचानक SDM को क्यों किया निलंबित

फिरोजाबाद के शिकोहाबाद तहसील के एसडीएम आदेश सिंह सागर पर जमीन से कब्जा हटवाने के नाम पर चार लाख रुपये और जमीन के कुछ हिस्से का इकरारनामा कराने के आरोप हैं।

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 12 October 2024, 8:40 AM IST
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फिरोजाबाद: (Firozabad) जमीन (Land) से कब्जा हटवाने के नाम पर चार लाख रुपये और जमीन के कुछ हिस्से का इकरारनामा कराने के आरोपों (Allegations) में घिरे एसडीएम (SDM) पर गाज गिर गई है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार डीएम (DM) द्वारा कराई गई जांच रिपोर्ट के आधार पर शासन ने शिकोहाबाद तहसील (Shikohabad Tehsil) के एसडीएम (SDM) आदेश सिंह सागर (Adesh Singh Sagar) को निलंबित (Suspend) कर दिया है। एक महीने पहले उनका एक आडियो भी प्रसारित हुआ था। जिसमें वह डीएम के विरुद्ध अभद्र टिप्पणी कर रहे थे।

कब्जे की शिकायत की थी

मामला मक्खनपुर क्षेत्र के गांव जसलई का था। गांव मुहम्मदपुर नबादा निवासी दीपचंद्र ने मार्च-अप्रैल में शिकोहाबाद के तत्कालीन एसडीएम आदेश सिंह सागर से जसलई स्थित कृषि भूमि पर कुछ लोगों द्वारा कब्जा करने की शिकायत की थी। जुलाई में दीपचंद्र ने शपथ पत्र देते हुए डीएम रमेश रंजन से कहा कि जमीन को कब्जा मुक्त कराने के नाम पर एसडीएम ने उससे 15 लाख रुपये मांगे। रुपये न होने पर चार लाख रुपये नकद लिए और जमीन के कुछ हिस्से का इकरारनामा तहसील में तैनात संविदाकर्मी हर्ष कुमार के नाम कराया। इसके बाद भी कब्जा नहीं हटा। दीपचंद्र ने बताया कि तहसील से हटने के बाद भी एसडीएम ने रुपये नहीं लौटाए।

डीएम ने सौंपी थी जांच

डीएम ने मामले की जांच एडीएम विशु राजा को सौंपी, जो सितंबर में पूरी हुई। इस बीच एसडीएम का बिजनौर तबादला हो गया। एडीएम की जांच में एसडीएम मामले में दोषी पाए गए। उनके विरुद्ध 200 पेज की जांच रिपोर्ट भेजी गई थी। हालांकि अधिकारियों ने मीडिया को इसकी जानकारी नहीं दी।

आडियो की रही अहम भूमिका 

रिपोर्ट तैयार होने में उस आडियो की भी अहम भूमिका रही, जिसमें वह सिरसागंज में तैनात रहे पूर्व पीसीएस अधिकारी से बातचीत के दौरान डीएम को लेकर आपत्तिजनक बातें बोल रहे थे। इस मामले में भी उनके विरुद्ध शासन को रिपोर्ट भेजी गई थी। एडीएम विशु राजा ने एसडीएम आदेश सिंह सागर के निलंबित होने की पुष्टि की है।

अनार सिंह ने बताया कि भूमाफियाओं ने नौ अक्टूबर को 50 मजदूर और 10 राजमिस्त्रियों को लगा कर पक्की दीवार खड़ी कर दी। मामले की जानकारी देने के बाद भी तहसील टीम ने निर्माण कार्य नहीं रूकवाया था। उन्होंने बताया कि 24 घंटे तक अनशन करने के बाद लखनऊ में सीएम आवास पर पूरे मामले की जानकारी देंगे। अनशन स्थल पर भारतीय किसान यूनियन लोकशक्ति के तहसील उपाध्यक्ष कैलाश शर्मा समेत काफी संख्या में लोग थे।