निर्वाचन आयोग ने चुनाव बाद हिंसा को लेकर आंध्र के मुख्य सचिव और डीजीपी को तलब किया
निर्वाचन आयोग ने आंध्र प्रदेश में चुनाव बाद हिंसा का संज्ञान लेते हुए घटनाओं को रोकने में प्रशासन की विफलता पर ‘‘व्यक्तिगत रूप से स्पष्टीकरण देने’’ के लिए राज्य के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) को तलब किया है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
नई दिल्ली: निर्वाचन आयोग ने आंध्र प्रदेश में चुनाव बाद हिंसा का संज्ञान लेते हुए घटनाओं को रोकने में प्रशासन की विफलता पर ‘‘व्यक्तिगत रूप से स्पष्टीकरण देने’’ के लिए राज्य के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) कोतलब किया है।
आयोग ने राज्य सरकार को आदर्श आचार संहिता के अभी लागू होने की याद दिलाते हुए मुख्य सचिव और पुलिस प्रमुख से यह सुनिश्चित करने को कहा कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।
अधिकारियों ने बताया कि आयोग ने बार-बार इस बात पर जोर दिया है कि लोकतंत्र में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है और लोकसभा चुनावों की घोषणा के बाद से मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार शांतिपूर्ण और हिंसा मुक्त चुनाव सुनिश्चित करने के लिए व्यक्तिगत रूप से चुनाव क्षेत्र की निगरानी कर रहे हैं।
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डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार आंध्र प्रदेश के शीर्ष अधिकारी यहां चुनाव आयोग मुख्यालय में उपस्थित होंगे, तो उनसे चुनाव के बाद की हिंसा को रोकने में प्रशासन की विफलता के कारणों के बारे में ‘‘व्यक्तिगत रूप से स्पष्टीकरण देने’ के लिए कहा जाएगा।
सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस पार्टी और मुख्य विपक्षी तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के नेताओं ने घटनाओं के लिए एक-दूसरे पर आरोप लगाए हैं।
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